lucknow@inext.co.in

LUCKNOW : राज्यपाल राम नाईक ने पूर्व आईएएस अधिकारी डाॅ. प्रभात कुमार को उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) का अध्यक्ष बनाए जाने की मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके अलावा यूपीपीएससी में सदस्य (शासकीय सेवा) के पद पर प्रेम कुमार सिंह का नाम अनुमोदित किया है। ध्यान रहे कि 1985 बैच के आईएएस डाॅ. प्रभात कुमार विगत 30 अप्रैल को कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ ही अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा, यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के अध्यक्ष पद से रिटायर हुए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनको यूपीपीएससी के अध्यक्ष पद पर नियुक्त करने की संस्तुति राज्यपाल से की थी जिस पर उन्होंने अपनी मुहर लगा दी है। डाॅ. प्रभात कुमार आगामी एक जुलाई को पदभार ग्रहण कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि 1985 बैच के आइएएस डाॅ. प्रभात कुमार 30 अप्रैल को कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ ही अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा, यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के अध्यक्ष पद से रिटायर हुए हैं। वे मेरठ के कमिश्नर, लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी सहित कई अहम पदों पर भी रहे हैैं।

अंजू कटियार की गिरफ्तार का विरोध

उत्तर प्रदेश लोग सेवा आयोग के अधिकारी कर्मचारी परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की गिरफ्तार के विरोध में खुलकर सामने आ गये हैं। मंगलवार को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके आयोग के भ्रष्टाचार का ठीकरा शिक्षा माफियाओं के सिर पर फोड़ दिया और गिरफ्तार पर एसटीएफ को घेर लिया।

तीसरे दिन भी ठप रखा काम

गिरफ्तारी के विरोध में तीन दिनों से कामकाज ठप करके बैठे कर्मचारियों का पक्ष रखते हुए दिनेश कुमार ने कहा कि पिछले साल 29 जुलाई को 10,668 पदों के लिए एलटी ग्रेड परीक्षा का आयोजन किया गया। एसटीएफ लखनऊ की तरफ से परीक्षा के दिन लीक हुए पेपर आयोग को भेजते हुए मिलान करने की बात कही गई थी। आयोग के द्वारा मिलान करने में प्रश्नों भिन्नता पायी गई।

एसटीएफ के तर्क पर आपत्ति

एलटी ग्रेड पेपर लीक मामले में एसटीएफ के तर्क पर भी संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने आपत्ति दर्ज करायी है। उनका कहना है कि एसटीएफ के सभी तर्क गलत हैं। उन्होंने बताया की एसटीएफ ने अपनी विवेचना और एफआईआर में पेपर आउट होने को लेकर कहा है कि वाराणसी में एक स्थान पर 50 अभ्यर्थियों को एकत्र करके उनको सॉल्व कापी याद कराने के लिए दी गई थी। एलटी ग्रेड हिन्दी का पेपर सिर्फ वाराणसी एवं इलाहाबाद केन्द्र पर हुआ था। कहा कि यूपीपीएससी एक संवैधानिक संस्था है और इसके परीक्षा नियंत्रक को जिस तरह से गिरफ्तार किया गया है, वह गलत है। जब तक उनके साथ न्याय नहीं होता वह काम शुरू नहीं करेंगे।

National News inextlive from India News Desk