RANCHI: जिलों में काम करने वाले कर्मचारियों को अब रिटायर्ड आईएएस, वित्त व इंजीनियरिंग से जुड़े अधिकारी ट्रेनिंग देंगे। इस क्रम में कर्मचारियों को काम करने के तरीके, फाइल मूवमेंट, समय पर काम, पब्लिक से व्यवहार को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं, अधिकारियों के साथ किस तरह की अंडरस्टैंडिंग होनी चाहिए, केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के निर्देश पर राज्य सरकार ने ट्रेनिंग देने की तैयारी कर ली है।

रिटायर अफसरों से आवेदन मांगे

झारखंड में ख्0क्फ् के बाद अलग-अलग विभागों में जितने कर्मचारी ज्वाइन किए हैं, उनको ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं, केंद्र सरकार के निर्देश पर रिसोर्स पर्सन को भी बहाल करने के बाद ट्रेनिंग देने की तैयारी है। भारत सरकार के निर्देश पर एटीआई की ओर से रिटायर्ड अधिकारियो से क्भ् अप्रैल तक आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन के साथ अधिकारियों को प्रोफाइल भी देना है। इसमें उनके जिला, एजुकेशनल क्वालिफिकेशन, कहां-किस पोस्ट पर सेवा दे चुके हैं। ये सारी जानकारी मांगी गई है।

जिलों मे जाकर देंगे ट्रेनिंग

जिन अधिकारियों की नियुक्ति होगी। उन्हें अलग-अलग जिलों में जाकर वहां के कर्मचारियों को ट्रेनिंग देनी होगी। ट्रेनिंग में उनको मैनेजमेंट, स्किल्ड, कम्युनिकेशन, बिहेवियर हर तरह का पाठ पढ़ाना होगा। इसमें जो अधिकारी जिस जिले के हैं, उनको वहां ट्रेनिंग देने में प्रीफरेंस दिया जाएगा।

फ्0 रिसोर्स पर्शन होंगे बहाल

एटीआई द्वारा जो आवेदन मांगा गया है, उसके अनुसार करीब फ्0 अधिकारियों का एक ग्रुप होगा। इसमें हर तरह के एक्सपर्ट होंगे, जो कर्मचारियों को हर तरह की ट्रेनिंग देंगे। इनमें आईएएस जहां एडमिनिस्ट्रेशन और ऑफिस के वर्क से जुड़ी ट्रेनिंग देंगे, वहीं, इंजीनियरिंग सेवा से जुड़े लोग इंजीनियरिंग की ट्रेनिंग देंगे। अकाउंट से जुडे अधिकारी अकाउंट से जुड़ा ट्रेनिंग देंगे।

ट्रेनिंग के बाद होगा काम

अधिकारियों के अनुसार रिसोर्स पर्सन बहाल करने का मुख्य उद्ेदश्य कर्मचारियों को पूरी तरह स्किल्ड करना है। वो ट्रेंड हो जाएंगे। किस तरह से काम करना है, वो सीख जाएंगे, तो जिलों में काम स्मूदली होगा।