-मुख्यमंत्री के निर्देश पर शिक्षा सचिव ने दिया आदेश

-सभी स्कूलों में आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों का पदस्थापन

रांची : प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने पर रिटायर शिक्षकों की भी सेवा ली जाएगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पिछले माह प्रमंडलीय समीक्षा में इस बाबत निर्देश दिया था। इस आलोक में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने उपायुक्तों को सभी स्कूलों में शिक्षकों के रेशनलाइजेशन (आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों का पदस्थापन) का निर्देश दिया है। इसके तहत स्कूलों के पुनर्गठन के बाद सभी स्कूलों में निश्शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप आवश्यक संख्या में शिक्षकों का पदस्थापन किया जाएगा। इस क्रम में शिक्षकों की संख्या कम पड़ने पर रिटायर शिक्षकों को शिक्षण कार्य में लगाया जाएगा।

चार-पांच बच्चों पर इतने ही शिक्षक

उपायुक्तों को भेजे गए पत्र में प्रधान सचिव ने कहा है कि अधिकारियों के क्षेत्र भ्रमण में यह बात सामने आई है कि कई स्कूलों में चार-पांच बच्चे हैं, जबकि वहां इतने शिक्षक पदस्थापित हैं। ऐसे स्कूलों से अतिरिक्त शिक्षकों को हटाकर दूसरे स्कूलों में पदस्थापित करने का निर्देश दिया। उन्होंने 23 जून तक शिक्षकों के रेशनलाइजेशन तथा 28 जून तक उनके योगदान देने की तिथि भी निर्धारित कर दी है। यह भी कहा है कि 100 से अधिक बच्चे होने पर कक्षा छह से आठ के लिए तीनों विषयों भाषा, कला तथा विज्ञान में एक-एक शिक्षक अनिवार्य रूप से पदस्थापित किए जाएंगे। जिन स्कूलों में 500 से अधिक बच्चे हैं वहां अंग्रेजी भाषा के क्वालिफाइड शिक्षक भी पदस्थापित किए जाएंगे।

ज्ञान सेतु कार्यक्रम जुलाई में

बच्चों को उनकी कक्षा के अनुरूप शिक्षण स्तर लाने के लिए लर्निग इनहैसमेंट कार्यक्रम ज्ञान सेतु जुलाई माह में शुरू होगा। जेएससीईआरटी ने इसके लिए लर्निग मैटेरियल तथा शिक्षकों के लिए वर्क बुक तैयार किए हैं। इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। उपायुक्तों को इस कार्यक्रम को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

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