- अलविदा जुमा के दिन हुआ था अरशम का अपहरण

- अरशम के पहुंचते ही घर में लौट आई खुशियां

मेरठ : तीन दिन से अपहृत हुए जली कोठी निवासी प्रापर्टी डीलर इरफान का बेटा अरशम सकुशल अपने घर आ गया। अरशम को देखकर उनके घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। चर्चा है कि कारोबारी ने इसके लिए बड़ी कीमत चुकाई है, लेकिन पुलिस का दाबा है कि उसके दबाव से बदमाश अशरम को छोड़ने के लिए मजबूर हुए हैं। पुलिस का कहना है कि अशरम की सकुशल घर वापसी उनकी प्राथमिकता थी।

क्या है मामला

पटेल नगर व्यापार संघ अध्यक्ष व प्रॉपर्टी डीलर इरफान का 15 वर्षीय बेटा अरशम बीते शुक्रवार दोपहर को अपने घर से स्कूटी पर नमाज पढ़ने के लिए निकला था। देर शाम तक वह घर नहीं लौटा था। गांधी बाग के पास उसकी स्कूटी लावारिस हालत में मिली। शुक्रवार की रात को ही उसके परिजनों पर दो करोड़ रुपये की फिरौती के लिए फोन आया था। सदर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था। रविवार शाम चार बजे बदहवासी हालत में अपहृत अरशम अचानक अपने घर पहुंच गया। उसे देखकर परिजनों के चेहरे खिल गए। अरशम का हालचाल जानने के लिए रिश्तेदार उनके घर पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने भी अरशम से बातचीत की।

आबूलेन से उठाया

अरशम ने मीडिया को बताया कि वह शुक्रवार दोपहर को अपने घर से नमाज के लिए निकला। आबूलेन के पास सेंट्रो कार सवार युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। मुंह व आंखों पर पट्टी बांधकर उसे कार में डालकर ले गए। उसे एक कमरे में बंद कर दिया। तीन दिन तक उसे कमरे में ही बंद रखा। दोपहर को वह किसी तरह से बदमाशों के चुंगल से भाग कर निकल गया। मोहननगर की बस में बैठकर मेरठ आया।

फिरौती देने की चर्चा

आसपास के लोगों में चर्चा रही कि अरशम के परिजनों ने बदमाशों को करोड़ों रुपये की फिरौती दी है। फिरौती वसूलने के बाद अरशम को बदमाशों ने छोड़ा है, लेकिन पुलिस इस बात को स्वीकार नहीं कर रही है। एसपी सिटी मान सिंह चौहान का कहना है कि फिरौती देने का मामला अभी तक सामने नहीं आया है। एसएसपी जे। रविंद्र गौड़ का कहना है कि छात्र की बरामदगी के लिए पुलिस बहुत सोच समझ कर कदम रख रही थी।

बीस नंबरों से कॉल

बदमाशों ने करीब बीस फेक आईडी से फिरौती के लिए काल कर रहे थे। इसलिए बदमाशों को पुलिस पकड़ नहीं पाई। इस मामले में एसटीएफ व क्राइम ब्रांच भी फेल हो गई। दो दिन तक वह छात्र की लोकेशन तक नहीं निकाल सकी।

कमरे में बंद रखा

छात्र का कहना है कि दिल्ली या हरियाणा के आसपास बदमाशों ने उसे एक कमरे में कैद कर रखा था। छात्र का कहना है कि उसकी आंखों में पट्टी बांधकर उसे कार में बार- बार कई जगह ले गए। आखों में पट्टी बांधने की वजह से वह जगह नहीं पहचान सका। बदमाशों ने अरशम का अपहरण आबूलेन के पास किया था। इसलिए पुलिस आबूलेन के पास लगे कैमरों की जांच करेगी। वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच करेगी।

घर में छाई खुशियां

अरशम के आते ही ईरफान के घर में फिर से खुशियां छा गई। जबकि पिछले तीन दिनों से घर में मायूसी छाई हुई थी। सभी लोग अरशम की सकुशल बरामदगी के लिए दुआएं कर रहे थे। उधर छात्र की सकुशल बरामदगी पर पुलिस अधिकारी अपनी पीठ थपथपा रहे है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस का दवाब पड़ने से बदमाशों ने स्वंय ही छात्र को छोड़ा है।

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छात्र अरशम बदमाशों के चुंगल से बच कर आया है। परिजनों ने छात्र को छुड़ाने के लिए कोई फिरौती नहीं दी है।

-जे। रविंद्र गौड़

एसएसपी मेरठ