नैनी सेंट्रल जेल के सामने दिनदहाड़े दो की हत्या के बाद था फरार

पुलिस ने घोषित किया था दस हजार रुपये का इनाम, लगी थीं कई टीमें

ALLAHABAD: नैनी सेंट्रल जेल के सामने दो लोगों की निर्मम हत्या कर फरार दस हजार का इनामी विरेंद्र यादव उर्फ ठोकिया उर्फ करिया बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे इलाहाबाद इंटेलिजेंस विंग टीम व नैनी थाने की पुलिस ने संयुक्त अभियान में एडीए तिराहा मोड़ से पकड़ा। उसके पास से 315 बोर का तमंचा और कारतूस बरामद हुआ।

जेल के सामने की थी हत्या

5 जून को सेंट्रल जेल नैनी के मुख्य गेट के पास दोपहर में बम और गोलियों की बरसात कर दो लोगों की निर्मम हत्या की गई थी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मुख्य साजिशकर्ता सहित कई अभियुक्तों को जेल भेजा। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी हत्या को अंजाम देने वाला शार्प शूटर पुलिस की गिरफ्त से दूर था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने एसपी क्राइम रमाकांत प्रसाद, एसपी यमुनापार अशोक कुमार और क्षेत्राधिकारी करछना बृजनन्दन राय के नेतृत्व में इंटेलीजेंस टीम बनाई। इसमें दरोगा जयप्रकाश राय को भी शामिल किया गया।

एडीए तिराहा पर घेराबंदी

टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि एडीए तिराहा पर नैनी शूट आउट कांड का मुख्य शूटर ठोकिया खड़ा है। सूचना मिलते ही टीम ने नैनी थाने की पुलिस को साथ लिया और विरेंद्र यादव उर्फ ठोकिया उर्फ करिया को अरेस्ट कर लिया गया।

बम तैयार कर दिया था

ठोकिया ने बताया कि उसकी दीपक वर्मा उर्फ छोटू, मन्नू तिवारी उर्फ विमल व झबरा से दोस्ती है। शैलेंद्र उर्फ लादे व राजू पहलवान के साथ वारदात की योजना बनी। हत्या में प्रयुक्त होने वाले सभी बम ठोकिया ने तैयार किए। जिनकी हत्या की जानी थी उनकी रेकी के लिए ठोकिया के साथ कई बार छोटू वर्मा और मन्नू तिवारी साथ गए थे।

पहला बम फेंका

उसने बताया कि पहला बम फेंकने की जिम्मेदारी उसे ही दी गई थी। उसने मौके पर एक साथ कई बम फेंके जिससे चारों तरफ धुंआ फैल गया। धुंए का लाभ उठाकर अन्य साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। ठोकिया ने भी अपने हथियार से फायर किया। वारदात के बाद सभी अपने-अपने ठिकानों को निकल गए।