52 परीक्षा केन्द्रों पर दो पालियों में हुआ परीक्षा का आयोजन

36, 512 अभ्यर्थियों ने किया था नेट के लिए आवेदन

32,803 अभ्यर्थी परीक्षा में हुए शामिल

-सीबीएसई द्वारा आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा के दौरान हुआ वाकया

-बम्हरौली के एसपी कॉन्वेंट में पेपर लीक होने का आरोप लगा की नारेबाजी

ALLAHABAD: ऐसा लगता है कि परीक्षाओं में पेपर लीक होने का जिन्न आ गया है। हाल ही में दरोगा भर्ती परीक्षा और फिर पीसीसीएस एग्जाम के दौरान भी परीक्षा लीक होने का मामला सामने आया था। इसी तरह रविवार को यूजीसी नेट परीक्षा के दौरान एक बार फिर पेपर लीक होने का जिन्न सामने आया। असल में हुआ यूं कि बम्हरौली के एसपी कॉन्वेंट स्कूल में दूसरी पारी का पेपर बंटने में थोड़ी देर हो गई। इससे भड़के अभ्यर्थी बाहर निकल आए और पेपर लीक का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। हालांकि देर शाम सीबीएसई ने प्रेस कांफ्रेंस कर पेपर लीक से इंकार कर दिया। साथ ही एसपी कॉन्वेंट सेंटर पर सेकेंड पेपर की परीक्षा दोबारा कराई जाएगी।

सड़क पर आ गए परीक्षार्थी

नेट पेपर की दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान बम्हरौली स्थित एसपी कॉन्वेंट स्कूल में अचानक हंगामा शुरू हो गया। देखते ही देखते सेंटर पर परीक्षा देने पहुंचे 600 परीक्षार्थी सड़क पर आ गए और स्कूल प्रशासन व सीबीएसई के खिलाफ नारेबाजी कर करने लगे। परीक्षार्थियों का आरोप था कि उनको पेपर निर्धारित समय से करीब 25 मिनट देरी से बांटे गए। इस दौरान प्रश्नपत्र एक कमरे से में खोलने के बाद दूसरे कमरे तक सील खोलकर ले जाया गया। इसको देखकर परीक्षार्थियों ने पेपर लीक होने का आरोप लगाने लगे। स्कूल के बाहर जमकर नारेबाजी और हंगामा की सूचना मिलते ही धूमनगंज पुलिस समेत प्रशासन के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।

परीक्षा कैंसिल कराने की कर रहे थे मांग

एसपी कॉन्वेंट स्कूल में चल रहे विवाद के दौरान परीक्षार्थी लगातार परीक्षा निरस्त कराने की मांग कर रहे थे। उधर हंगामे की सूचना पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही सीबीएसई की रीजनल डायरेक्टर स्वेता आरोड़ा समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने इस दौरान परीक्षार्थियों को समझाने का लगातार प्रयास किया, लेकिन परीक्षार्थी अपनी बातों पर डटे रहे। उधर परीक्षा केन्द्र पर हंगामा और पेपर लीक होने की खबर से सीबीएसई के अधिकारियों में भी हड़कंप मचा रहा। सीबीएसई के दिल्ली स्थिति मुख्यालय तक मामला पहुंचने के बाद सीबीएसई के रीजनल डायरेक्टर ने फिर से परीक्षा कराने की बात कही। इसके बाद किसी प्रकार मामला शांत हो सका।

सीबीएसई ने रखा अपना पक्ष

सीबीएसई ने देर शाम रखा अपना पक्ष

जिले के एक परीक्षा केन्द्र पर हंगामा के बाद शाम को सीबीएसई इलाहाबाद की रीजनल डायरेक्टर ने प्रेसकांफ्रेस आयोजित करके सीबीएसई का पक्ष रखा। बताया कि परीक्षा के दौरान स्कूल प्रशासन की लापरवाही के कारण सेकेंड पेपर को बांटने में करीब 25 मिनट की देरी हुई। इसके कारण हंगामा शुरू हुआ। सेकेंड पेपर में देरी की सूचना मिलते ही परीक्षार्थियों को अतिरिक्त समय देने के लिए भी कहा गया, लेकिन परीक्षार्थी तैयार नहीं हुए। सीबीएसई की रीजनल डायरेक्टर स्वेता अरोड़ा ने कहा कि हंगामे की सूचना पर वह खुद सेंटर पर पहुंची। इस दौरान उन्होंने परीक्षार्थियों ने दो घंटे के अंदर नए प्रश्नपत्र के साथ फिर से पेपर कराने का भी ऑप्शन दिया, लेकिन परीक्षार्थी इसके लिए भी तैयार नहीं हुए।

सेंटर के परीक्षार्थियों की फिर से होगी परीक्षा

सीबीएसई की रीजनल डायरेक्टर स्वेता अरोड़ा ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर सेंटर के सभी परीक्षार्थियों का सेंकेंड पेपर फिर से आयोजन कराया जाएगा। इस संबंध में सेंटर के सभी 600 परीक्षार्थियों को पेपर के आयोजन की जानकारी भी दी जाएगी, ताकि वह परीक्षा के सेंकेंड पेपर में शामिल हो सके।

सीबीएसई नहीं मानती पेपर लीक

-पेपर लीक या आउट होने की बात है, पूरी तरह गलत है।

-पेपर शुरू होने के बाद पेपर लीक नहीं हो सकता है।

-अन्य सेंटर्स पर परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों के पास मोबाइल फोन या ऐसा कोई डिवाइस नहीं रहता है, जिससे वह ऐसे में किसी भी तरह से पेपर लीक होने का लाभ उठा सकें।

स्कूल की रद्द होगी मान्यता

स्कूल प्रशासन की तरफ से लापरवाही की जानकारी होने के बार रीजनल डायरेक्टर स्वेता अरोड़ा ने बताया कि संबंधित स्कूल एसपी कॉन्वेंट स्कूल के खिलाफ सीबीएसई की ओर से दो एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। इसके साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई भी की जाएगी, ताकि ऐसी गलती अन्य किसी सेंटर की तरफ से नहीं की जाए।

हंगामे की सूचना मिलते ही हम सेंटर पर पहुंच गए थे। अभ्यर्थियों को काफी समझाया गया, लेकिन वे माने नहीं। पेपर लीक होने की बात पूरी तरह से निराधार है। लापरवाही बरतने पर स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इस सेंटर के अभ्यर्थियों की सेकंड पेपर की परीक्षा एक हफ्ते के अंदर दोबारा होगी।

-स्वेता अरोड़ा,

रीजलन डायरेक्टर, सीबीएसई