-रामपुर गार्डन में कारों के शीशा तोड़ने वाले 5 स्टूडेंट पकड़े गए -नाबालिग होने के चलते सभी को थाने से हिदायत देकर छोड़ा BAREILLY: रामपुर गार्डन में रोड किनारे खड़ी कारों के शीशे तोड़ने वाले पत्थरबाज पकड़े गए हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 5 स्टूडेंट को पकड़ा है। सभी अमीर घराने के हैं और उनके पिता डॉक्टर, टीचर और बिजनेसमैन हैं। इस मामले में पुलिस ने एनसीआर दर्ज की थी। पकड़े जाने पर सभी स्टूडेंट पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगे और दोबारा गलती न करने की बात कही। स्टूडेंट्स ने उन्होंने मौज मस्ती में कारों के शीशे तोड़े थे। नाबालिग होने के चलते पुलिस ने परिजनों को बुलाया और सभी को कड़ी चेतावनी देकर छोड़ दिया। एक दर्जन कारों के तोड़े थे शीशे बता दें कि 26 अक्टूबर की रात में रामपुर गार्डन में रोड किनारे खड़ी आधा दर्जन कारों के शीशे तोड़ डाले थे। इनमें कई कार डॉक्टर्स की थी। डॉक्टर्स की तहरीर पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 427 के तहत एनसीआर दर्ज कर ली थी, जिसके बाद पुलिस पत्थरबाजों की तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस ने आसपास के एरिया में पूछताछ की थी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा था। 13 दिन बाद ही 8 नवंबर की रात में रामपुर गार्डन के दूसरे एरिया में आधा दर्जन कारों के शीशे तोड़ दिए गए थे। इस बार दो युवक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे, लेकिन फुटेज धुंधली होने से उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी। जब पुलिस ने एरिया में पूछताछ की तो पता चला कि रात में कुछ युवक रोडवेज और रामपुर गार्डन एरिया में बाइक से घूमने आते हैं, जिसके बाद पुलिस को सीआरवी बाइक के बारे में पता चला। पुलिस ने मुखबिर लगाए और फिर बाइक का नंबर मिला, जिसके बाद बाइक के मालिक से पूछताछ की गई। जिसके बाद सभी स्टूडेंट्स पकड़े गए। डॉक्टर, टीचर और बिजनेसमैन के हैं बेटे पुलिस ने जब एक स्टूडेंट को पकड़ा तो उसने अपने सभी साथियों के बारे में बता दिया और पुलिस ने सभी को कोतवाली पूछताछ के लिए बता दिया। पूछताछ में सामने आया कि एक स्टूडेंट डेलापीर के पास रहता है। वह बरेली कॉलेज से बीसीए कर रहा है। उसके पिता मिलक में गवर्नमेंट टीचर हैं। वहीं दूसरा स्टूडेंट राजेंद्र नगर का रहने वाला है। उसके पिता ज्वैलर हैं और वह सीबीगंज स्थित जीटीआई कॉलेज से पॉलिटेक्निक कर रहा है। वहीं एक के पिता आईवीआरआई में सीनियर वेटनरी डॉक्टर हैं और वह इंटर का स्टूडेंट है। इसी तरह से दो स्टूडेंट ओपन से इंटर कर रहे हैं और जिसमें एक के पिता का स्पोर्ट का बिजनेस है और दूसरे के पिता के पास टीटीसी कंपनी की एजेंसी है। सभी स्टूडेंट कैंट स्थित एक प्राइवेट कॉलेज में साथ पढ़ते थे। यहीं से सभी की दोस्ती हुई। पांचों बाइक और स्कूटी से रात में रामपुर गार्डन घूमने आते थे और फिर पीछे बैठा शख्स कार के शीशे पर पत्थर मारता और वहां से फरार हो जाते थे। बच्चों ने मौजमस्ती में कारों के शीशे तोड़े थे। उनके खिलाफ एनसीआर दर्ज थी। सभी को चेतावनी देने के बाद छोड़ दिया गया है। कुलदीप कुमार, सीओ सिटी वन