राष्ट्रपति ने एएमए के रिहैबिलिटेशन सेंटर का किया उद्घाटन

कहा, टीवी, मलेरिया, हैजा व डायबिटीज जैसी बीमारियों पर विजय पाना बाकी

ALLAHABAD: डॉक्टर्स के बेहतरीन प्रयास का नतीजा है कि आजादी के समय 32 रही औसत आयु आज 68 साल तक पहुंच चुकी है। वर्तमान समय में पूरी दुनियां बिग डाटा पर काम कर रही है। भारत के डॉक्टर्स को भी मेडिकल फेसेलिटीज को इंप्रूव करने के लिए टेक्निक का इस्तेमाल करना चाहिए। इसी से बेहतर भारत का सपना साकार होगा। ये बातें शुक्रवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहीं। वह इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के गठन के सौ साल पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह में चीफ गेस्ट के रूप में शिरकत करने आए थे। भारत की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविंद के साथ शुक्रवार को संगम नगरी इलाहाबाद पहुंचे भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एएमए के नव निर्मित कन्वेंशन एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर का उद्घाटन करने के साथ ही इसे इलाहाबाद को सौंप दिया। उन्होंने इसका डाक टिकट भी जारी किया। समारोह में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पं। केशरीनाथ त्रिपाठी, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और मेयर अभिलाषा गुप्ता भी शामिल हुई।

एथिक्स स्टैंड हायर दैन मोरैलिटी

अपने संबोधन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि लोग डॉक्टर को भगवान का दर्जा देते हैं। यह इसलिए क्योंकि मेडिकल प्रोफेशन केवल एवोकेशन और जीविकोपार्जन का साधन नहीं है। ये एक नोबल प्रोफेशन है। प्रोफेशन का पद मिशनरी होता है। एवोकेशन जीविकोपार्जन का जरिया होता है। दूसरे एवोकेशन में एथिक्स की बात नहीं होती है, केवल मोरैलिटी की बात होती है। एथिक्स स्टैंड हायर दैन मोरैलिटी गरीब तबकों के मरीज की जान बचाकर जो संतोष एक डॉक्टर को मिलता है, उसका आंकलन पैसों से नहीं किया जा सकता है।

यू आर दी नेशन बिल्डर

राष्ट्रपति ने कहा कि एक डॉक्टर का काम बहुत बड़ा होता है। यदि डॉक्टर की मदद से मरीज के जान में जान आ जाए और वो बच जाए, तो मरीज से ज्यादा संतुष्टी डॉक्टर को होती है। उन्होंने कहा कि 25 जुलाई 2017 को जब राष्ट्रपति पद का पद भार ग्रहण किया था तो उन्होंने राष्ट्र को एक संदेश दिया था। जिसमें उन्होंने समाज के कई वर्गो को देश का निर्माता बताया था, जिसमें डॉक्टर और एएनएम भी शामिल थे।

'सर्वे संतु निरामया' बहुत जरूरी है

उन्होंने कहा कि मेडिकल सुविधाएं पहले से बहुत ज्यादा बढ़ी हैं। जिसकी वजह से आज एवरेज लाइफ 68 साल से अधिक हो गई है। अभी भी बहुत सी चुनौतियों पर विजय पाना बाकी है। मैटरिनटल और इनफैंट मार्टलिटी में कमी लानी है। टीवी, मलेरिया, हैजा जैसी संक्रामक बीमारियों पर रोकथाम करनी है। साथ ही डायबिटीज और हार्ट जैसे रोग पर रोकथाम लगाना है। भारतीय परपंरा में सबके कल्याण के लिए कहा जाता है, सर्वे संतु निरामया इसलिए प्रिवेंशन बहुत जरूरी है। समारोह की अध्यक्षता एएमए के अनिल शुक्ल ने किया। डा। अशोक अग्रवाल, डा। त्रिभुवन सिंह, डॉ। एलएस ओझा ने अतिथियों का स्वागत किया।

बौद्धिक रूप से समृद्ध है शहर

राष्ट्रपति ने कहा कि, मुझे बताया गया है कि इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की स्थापना इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अस्तित्व में आने से दस वर्ष पहले ही हो गई थी। यह तथ्य इलाहाबाद शहर के बौद्धिक रूप से अग्रणी होने की परंपरा के अनेक उदाहरणों में से एक है।

100

स्थापना के पूरे कर चुका है इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन

10

साल बाद अस्तित्व में आया था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

28

करोड़ खर्च से तैयार हुआ है एएमए का रीहैबिलिटेशन सेंटर

823

लोग एक साथ बैठ सकते हैं सेंटर के हाल में

11

कमरे बने हैं मेडिकल एसोसिएशन के गेस्ट्स के लिए

1.30

बजे इलाहाबाद पहुंचे राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

05

घंटे बिताये राष्ट्रपति ने इलाहाबाद में