RANCHI: रिम्स में ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर शिकंजा कसेगा। इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) लेने वाले डॉक्टरों की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। ऐसे में एनपीए लेने के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की खैर नहीं होगी। इतना ही नहीं, एनपीए लेने वाले डॉक्टरों पर एक्शन भी लिया जाएगा। बताते चलें कि गुरुवार को सीएम ने एनपीए लेने वाले डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने का आदेश दिया था। इसके बाद से ही स्वास्थ्य विभाग ने अपना काम तेज कर दिया है।

सरकार देती है नन प्रैक्टिसिंग अलाउंस

गवर्नमेंट हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टरों को सरकार की ओर से नन प्रैक्टिसिंग अलाउंस दिया जाता है, ताकि वे हॉस्पिटल में अपनी ड्यूटी निभाएं। उन्हें बेसिक सैलरी का 20-25 परसेंट अमाउंट एनपीए के रूप में मिलता है। इसके अलावा कभी भी जरूरत पड़ने पर उन्हें मरीज के इलाज के लिए बुलाया जा सकता है। लेकिन रिम्स के कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो एनपीए भी लेते हैं और प्राइवेट प्रैक्टिस भी करते हैं। इसे लेकर पहले भी डॉक्टरों को हेल्थ मिनिस्टर ने वार्निग दी थी। लेकिन प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले इन डॉक्टरों को एक्शन का कोई डर नहीं है।