RANCHI : रिम्स की नर्सिग स्टूडेंट्स को थोड़ी राहत मिली है। नर्सिग के फाइनल ईयर का प्रैक्टिकल एग्जाम लेने पर सहमति बन गई है, लेकिन फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के एफिलिशन का मामला अभी फंसा हुआ है। शुक्रवार को डीन मेडिकल और रिम्स नर्सिग कॉलेज की प्रिंसिपल के बीच हुई मीटिंग में एग्जाम लेने पर सहमति बनी। इसकी सूचना रांची यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को दे दी गई है।

जल्द होगा प्रैक्टिकल एग्जाम

बीएससी नर्सिग फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स का एग्जाम तो हो चुका है, पर प्रैक्टिकल एग्जाम नहीं होने से रिजल्ट में विलंब हो रहा है। ऐसे में कुछ दिन पहले स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ऑफिस का घेराव किया था। अब उनका प्रैक्टिकल एग्जाम लेने पर सहमति बन चुकी है। रिम्स के नर्सिग कॉलेज की प्रिंसिपल और डीन के बीच इस बाबत बातचीत हो चुकी है।

एफिलिएशन पर नहीं बनी बात

नर्सिग फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के एफिलिएशन में अभी और वक्त लग सकता है। प्रिंसिपल सरिता भट्टाराई ने बताया कि एफिलिएशन के लिए कुछ पेपर्स वर्क अधूरे हैं, जिसके बाद इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी को दे दी जाएगी। इस बाबत कई महीने पहले ही लेटर आया था, लेकिन इसकी जानकारी मुझे देर से मिली। हालांकि, इसके लिए स्टूडेंट्स को परेशान होने की जरूरत नहीं है।

एक्स प्रिंसिपल की वजह से फंसा एफिलिएशन का मामला

रिम्स नर्सिग कॉलेज के फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स का एफिलिएशन का मामला फंसने के पीछे एक्स प्रिंसिपल ममता टोप्पो जिम्मेवार हैं। भारतीय नर्सिग परिषद ने क्भ् जुलाई को ही इस बाबत लेटर भेजा था, लेकिन प्रिंसिपल ममता टोप्पो ने इसपर कोई कार्रवाई नहीं की। इस कारण ही एफिलिएशन का मामला लटक गया।

देश विदेश में खुलेंगे एरोक्स के ब्रांच

सेंट जेवियर्स कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों के संगठन एरोक्स की एनुअल मीटिंग ख्8 दिसंबर को होगी। कॉलेज कैंपस में आयोजित होनेवाले इस प्रोग्राम की तैयारी चल रही है। शासी निकाय द्वारा प्रोग्राम का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। इसके लिए कई कमिटी बनाई गई है। इस मौके पर स्मारिका का भी विमोचन किया जाएगा। एरोक्स के ब्रांच देश-विदेश में खोलने की भी योजना है। इसकी जिम्मेवारी एसएस अख्तर को दी गई है।