RANCHI : रिम्स प्रबंधन ने सुरक्षा एजेंसी एवरेस्ट ह्यूमेन रिसोर्स कंसल्टेंसी को बदलने के लिए एजेंसी को नोटिस दिया है। इसकी जगह पूर्व सैनिकों को सुरक्षा में लगाए जाने की योजना पर काम चल रहा है.रिम्स में काम कर रही सुरक्षा एजेंसी एवरेस्ट पर बार-बार कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगते रहा है। वार्डो में मरीज के परिजनों एवं नर्सो तथा चिकित्सकों के साथ झड़प की घटनाओं में बढ़ोतरी से भी सुरक्षा एजेंसी पर सवालिया निशान खड़ा हुआ है।

हो रही थी बदनामी

हर बार हड़ताल होने पर जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन एवं नर्सो ने सुरक्षा एजेंसी की लापरवाही की बात कही है। इसके बाद उत्पन्न हालात से संस्थान की बदनामी होती है। इसलिए इसका बदला जाना ही एकमात्र विकल्प माना जा रहा है.पूर्व में सुरक्षा गार्ड द्वारा एक विक्षिप्त महिला मरीज को पैर से मारने का मामला सामने आया था। इसमें मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया था।

सिक्योरिटी को लेकर चल रहा है विवाद

रिम्स में हुई हड़ताल के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी एवं मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी रिम्स पहुंचे थे। इसमें जूनियर डाक्टर्स, नर्सेज, रिम्स प्रबंधन तथा स्वास्थ्य मंत्री के हस्ताक्षर से एक सहमति पत्र बना था। इसमें रिम्स की सिक्यूरिटी एजेंसी को तत्काल प्रभाव से नोटिस देकर हटाने एवं सशक्त सिक्यूरिटी एजेंसी को लाने का निर्णय लिया गया था। इसी आलोक में रिम्स प्रबंधन की ओर से वर्तमान एजेंसी को नोटिस भेजी गई है। रिम्स में सिक्यूरिटी को लेकर को विवाद बहुत पहले से चल रहा है।