- दंगाइयों को पकड़ने में नाकाम रहती है पुलिस

- थानों में फोटो लगे, लेकिन नहीं पकड़े गए आरोपी

- कोतवाली थाना क्षेत्र के दंगे में भी दो हजार अज्ञात

- नामजद को पकड़ने में भी छूट रहा पुलिस को पसीना

-सिर्फ पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर सकी पुलिस

Meerut: दंगाई हमेशा पुलिस को दंग करते हैं। हमेशा सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होती है, जिनमें आधे लोगों की भी पहचान नहीं हो पाती। इन्हें खोजने में पुलिस को पसीना छूट जाता हैं। फिर थकहार पुलिस भी कुछ लोगों को पकड़कर जेल भेज देती है और अज्ञात कभी ज्ञात नहीं हो पाते। ऐसा ही कुछ इस दंगे में भी सामने आ रहा है। जहां दंगाइयों को खोजने में पुलिस का दम निकल रहा है।

अब तक की कार्रवाई

कोतवाली के तीरगरान में प्याऊ को लेकर हुए विवाद ने दंगे का रूप ले लिया। कुछ लोगों ने इस मामले को इतनी तूल दे दी कि शहर जलने के कगार पर आ गया। कुछ लोगों की गलती का खमियाजा शहरभर के लोगों को उठाना पड़ रहा है। एक जिंदगी भी इसी दंगे ने छीन ली। इस पूरे दंगे में करीब ख्म् मुकदमें दर्ज हुए। इनमें बीस मुकदमें पुलिस व पब्लिक की ओर से और छह मुकदमें मीडिया की ओर से दर्ज हुए। जिनमें पचास से अधिक लोगों को नामजद किया गया और दो हजार से अधिक अज्ञात लोग रहे।

दंगे के बाद गिरफ्तारी

पुलिस ने इस पूरे मामले में अब तक पांच लोगों को पहचान करके गिरफ्तार किया। जिनमें मोरी वाली गली गुदड़ी बाजार का शादाब पुत्र नवाब, कांच के पुल का रहने वाला अमीरुद्दीन पुत्र नवाबुद्दीन और तीरगरान का रहने वाला आलम पुत्र शौकत अली शामिल हैं। साथ ही दो की पहचान भी हुई, जिनमें तीगरान व गुदड़ी बाजार का रहने वाला नदीम और तीस उर्फ तैय्यब शामिल हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए मंगलवार को सर्च अभियान चलाया, लेकिन कोई हाथ नहीं आया।

कार्रवाई में हांफती पुलिस

शनिवार को दंगा हुआ। दंगे में करीब पचास लोगों को चोटें आई। इनमें एक युवक की मौत भी हो गई। इसके बाद दोनों संप्रदाय के लोगों की तरफ से केस दर्ज हुए। इनमें नामजद की संख्या भी अच्छी खासी है। अज्ञात की बात करें तो उनकी पहचान के लिए खबरी लगाए हुए हैं। पुलिस की कार्रवाई को देखें तो वह हांफती नजर आ रही है। अभी तक पांच ही लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वो भी एक संप्रदाय के लोग हैं। जबकि दूसरे संप्रदाय के लोगों पर तो पुलिस ने अभी हाथ ही नहीं डाला है। इससे पहले ही पुलिस हांफती नजर आ रही है। सर्च अभियान चल रहा है, लेकिन विरोध का डर साफ दिखाई दे रहा है।

आखिर कैसे होगी पहचान

ख्0क्क् में काजीपुर में दो शराबियों द्वारा मस्जिद में एक व्यक्ति की पिटाई के बाद दंगा भड़क गया था, जिसमें लगभग शहर जल उठा था। इसमें भी करीब दो हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसमें दंगाइयों के फोटो थाने में लगाए गए थे और साथ ही बताने वाले को इनाम देने की घोषणा भी की गई थी। वो फोटो हट गए, लेकिन दंगाई आज तक नहीं पकड़े गए। ऐसा ही कुछ इस दंगे में भी है। जहां दो हजार अज्ञात दंगाइयों को कैसे पकड़ा जाएगा, जबकि पुलिस कुछ ही लोगों को पकड़ने में हांफती नजर आ रही है।

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