- बिंदाल व रिस्पना नदियों के किनारे बसे लोगों का चिन्हीकरण शुरू

- आमावाला व ट्रांसपोर्ट नगर में बसाए जाएंगे लोग

- योजना पर आएगा 90 करोड़ का खर्चा

DEHRADUN: एमडीडीए की रिवर फ्रंट डेवलपमेंट स्कीम अब रफ्तार पकड़ पाएगी। विधानसभा चुनावों के चलते योजना पर काम नहीं हो पा रहा था। जल्द ही रिस्पना और बिंदाल नदी के किनारे रहने वाले लोगों का चिन्हीकरण शुरू होगा, ताकि उन्हें ट्रांसपोर्ट नगर और आमावाला में बसाया जा सके।

तय नहीं विस्थापितों की संख्या

मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में शामिल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट पर एमडीडीए ने अब कसरत शुरू कर दी है। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में यह योजना शुरू की गई है, जिसपर करीब 90 करोड़ की लागत आएगी। योजना के तहत रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे बसे लोगों को ट्रांसपोर्ट नगर और आमावाला में बसाया जाना है। इसके लिए विस्थापितों का चिन्हीकरण शुरू कर दिया गया है। लेकिन, अभी तक एमडीडीए यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि इन दोनों नदियों के किनारे विस्थापित होने वाले कितने परिवार पात्रता की श्रेणी में आ रहे हैं। अधिशासी अभियंता संजीव जैन के अनुसार फिलहाल विस्थापित होने वाले लोगों के चिन्हीकरण के साथ ही योजना में दोनों नदियों के किनारे ग्रीनरी और दीवार निर्माण का काम किया जाएगा।

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अवैध निर्माण पर सुनवाई आज

विधानसभा चुनाव के दौरान दून के अलावा मूसरी में कई अवैध निर्माण हुए। इनका चिन्हीकरण पूरा कर लिया गया है। हालांकि अभी तक दून में ही अवैध निर्माणों पर सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो पाई है। अब मसूरी के अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बताया गया है कि शनिवार को संयुक्त सचिव एमडीडीए मीनाक्षी पटवाल अवैध निर्माण की समीक्षा को लेकर अफसरों की बैठक लेंगी।