आपत्तिजनक टिप्पणी का जिक्र

सोशल मीडिया पर एक्टिव राजद सुप्रीमो का फेसबुक अकाउंट हैक करने के बाद इसपर कई आपत्तिजनक फोटो, टिप्पणी आदि अपलोड करने का क्रम 11 मार्च तक चला। 12 मार्च को एक कार्यकर्ता ने अकाउंट पर आपत्तिजनक टिप्पणी का जिक्र किया। 13 मार्च को राजद सुप्रीमो का अकाउंट हैक होने की जानकारी सचिवालय पुलिस को दी गई। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से उस अकाउंट को बंद कर दिया और जांच में जुट गई। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से पुलिस इस पेचीदे मामले की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है। तकनीक का सहारा लेकर ही यह पता लगाया जा सकता है कि साइबर क्राइम करने वालों ने कहां से राजद सुप्रीमो के फेसबुक एकाउंट का इस्तेमाल किया है। इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले का मोबाइल नंबर अगर पुलिस को मिल गया तो वह तुरूप का पत्ता साबित हो सकता है।

मामले की छानबीन की जा रही

सिटी एसपी (मध्य) चंदन कुशवाहा ने कहा कि केस दर्ज कर छानबीन की जा रही है। जल्द ही हैकर्स दबोचे जाएंगे। वहीं राजनेताओं से लेकर अन्य नामी-गिरामी हस्तियां पूर्व में भी साइबर क्राइम करने वालों के टार्गेट पर रही हैं। कुछ आईपीएस अफसरों का भी फर्जी फेसबुक एकाउंट बना दिया गया था। हाल ही में बिहार सरकार के मंत्री ललन सिंह का फर्जी एकाउंट बनाने वाले शातिरों को सचिवालय पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा था। पुलिस सूत्र बताते हैं कि जल्द ही इस मामले में अहम खुलासा हो जाएगा। पटना पुलिस की कई टीमें साइबर क्राइम करने वालों को पकड़ने में जुटी हुई हैं। सवाल यह भी है कि राजद सुप्रीमो का एकाउंट बिहार में हैक किया गया या किसी दूसरे राज्य में बैठे शातिरों ने किया है।

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