RANCHI: शहर के आम लोगों को मच्छर काटेंगे। वहीं, वीआईपी लोग चैन की नींद लेंगे। दरअसल, जगह-जगह जल जमाव और गंदगी की वजह से सिटी में मच्छरों का आतंक फैल गया है। इससे खासकर आम लोग ज्यादा परेशान हैं। लेकिन, रांची नगर निगम को केवल वीआइपी की चिंता सता रही है। उनके इलाकों में रेगुलर फागिंग कराने की योजना भी बना ली गई है। गाडि़यां भी तैनात कर दी गई हैं, जो तय समय पर फॉगिंग करने के लिए तैयार हैं। वहीं आम लोगों को मच्छरों का डंक सोने नहीं देगा। साथ ही आम लोगों को मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां होने का भी खतरा है। क्योंकि इनके इलाके में फॉगिंग को लेकर नगर निगम की कोई तैयारी नहीं है।
आप खुद कीजिए अपनी सुरक्षा
फागिंग के कारण वीआइपी इलाके से मच्छरों का पलायन होगा। लेकिन वहां से भागने के बाद ये मच्छर आपके घरों में डेरा डालेंगे। चूंकि वीआइपी के घरों में रेगुलर फागिंग होगी तो वहां जाने से मच्छर बचेंगे। इसलिए अब लोगों को मच्छरों से खुद ही सुरक्षा करनी होगी।
आबादी क्फ् लाख, चिंता सिर्फ भ्0 की
रांची नगर निगम क्षेत्र की आबादी क्फ् लाख है। लेकिन नगर निगम को उसमें से केवल भ्0 लोगों को ही बीमारी होने की चिंता है। इसलिए फागिंग के लिए उनकी लिस्ट बनाई गई है। बाकी पब्लिक के लिए नगर निगम ने अब तक कोई योजना ही नहीं बनाई है।
जानिए, कहां होगी रेगुलर फॉगिंग
-सीजेएम आवास
-सिटी एसपी आवास
-फैमिली जज हाउस
-पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा आवास
-रहाटे साहब आवास,
-डीआइजी आवास
-डिप्टी पाड़ा जज कालोनी
-मंत्री अमर कुमार बाउरी आवास
-मंत्री सीपी सिंह आवास
-सर्किट हाउस कैंपस
-सिटी कंट्रोल रूम
-कमिश्नर आफिस
-डीसी आफिस
-डीडीसी आफिस
-सुनिल वर्णवाल आवास
-अशोक नगर रोड नंबर क्, क्वार्टर नंबर क्-क्0
-एनएन पांडेय आवास
-बीजेपी आफिस, हरमू
-डीसी विनय कुमार चौबे आवास
-अतुल कुलकर्णी आवास
-सचिव आवास
-प्रोजेक्ट बिल्डिंग
-एमडीआई बिल्डिंग
-ज्यूडिशियल एकेडमी
-झारखंड विधानसभा
-विधायक आलमगीर आलम
-विधायक आलोक कुमार चौरसिया आवास
-जगन्नाथपुर थाना
-मंत्री नीरा यादव आवास
-विधायक अनंत कुमार ओझा आवास
-डॉ.डीएन तिवारी आवास
-अनिल पाल्टा आवास
-सूरज मंडल आवास
-डोरंडा सर्किल आफिस
-डीटी क्वार्टर
-प्राधिकरण प्रशिक्षण केंद्र
-शशिकांत गायकवाड़, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट
-गेस्ट हाउस
-बीसी निगम आवास
-विधायक नवीन कुमार जायसवाल आवास
-मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी आवास
-राहुल शर्मा आवास
-एटी मिश्रा आवास
-झारखंड प्राधिकरण फारेस्ट डिपार्टमेंट
वर्जन
वीआइपी इलाकों में पहले से फागिंग हो रही है। उसमें थोड़ा बदलाव किया गया है। लेकिन राजधानी के अन्य इलाकों में फागिंग की अभी फिलहाल कोई योजना नहीं है। इसे लेकर भी हमारी तैयारी चल रही है।
-डॉ। किरण कुमार, असिस्टेंट मेडिकल आफिसर, रांची नगर निगम