जिंदगी और मौत सिर्फ ऊपरवाले के हाथ

Road accident

Allahabad:  डॉक्टर ने उसे सीरियस बता दिया था। एक्सीडेंट में सीधे सिर पर चोट लगी थी। रिलेटिव ने सलाह दी कि प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाओ, तभी जान बचेगी। पिता अपनी पूरी कमाई दांव पर लगाने के लिए तैयार हो गए। बेटे की जान बचाने के लिए उसे शहर के फेमस हॉस्पिटल में ले गए। लेकिन, डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। मेडिकल कालेज के पास हुए एक्सीडेंट में जख्मी दूसरे साथी ने भी मंडे नाइट ट्रीटमेंट के दौरान थम तोड़ दिया। तीसरा साथी अभी हॉस्पिटल में मौत से लड़ रहा है. 

दो भाइयों में था छोटा
बलुवाघाट के रहने वाले राकेश यादव के दो बेटों में पिंटू यादव छोटा था। वह प्राइवेट जॉब करता था। संडे नाइट वह अपने साथियों के साथ राजापुर दधिकांदो मेला देखने निकला था। वापस लौटने के दौरान चार साथी एक ही बाइक पर थे। संडे नाइट करीब एक बजे बाइक मेडिकल कालेज चौराहे के पास डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में मुट्ठीगंज के रहने वाले राजेश की स्पॉट पर ही मौत हो गई थी। पिंटू यादव और राहुल कनौजिया को एसआरएन में एडमिट कराया गया। चौथा साथी और राहुल का भाई शिवम कनौजिया कहीं गायब हो गया। मंडे को पिंटू के घर वाले उसे सीरियस कंडीशन में प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। लेट नाइट उसकी सांसें भी थम गईं। राहुल की हालत भी गंभीर बताई जा रही है. 

दो भाइयों में था छोटा

बलुवाघाट के रहने वाले राकेश यादव के दो बेटों में पिंटू यादव छोटा था। वह प्राइवेट जॉब करता था। संडे नाइट वह अपने साथियों के साथ राजापुर दधिकांदो मेला देखने निकला था। वापस लौटने के दौरान चार साथी एक ही बाइक पर थे। संडे नाइट करीब एक बजे बाइक मेडिकल कालेज चौराहे के पास डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में मुट्ठीगंज के रहने वाले राजेश की स्पॉट पर ही मौत हो गई थी। पिंटू यादव और राहुल कनौजिया को एसआरएन में एडमिट कराया गया। चौथा साथी और राहुल का भाई शिवम कनौजिया कहीं गायब हो गया। मंडे को पिंटू के घर वाले उसे सीरियस कंडीशन में प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। लेट नाइट उसकी सांसें भी थम गईं। राहुल की हालत भी गंभीर बताई जा रही है.