-रनिया थाना क्षेत्र के मरचा खूंटी सिमडेगा रोड पर हुआ हादसा

-मरचा निवासी कल्याण तोपनो छह वर्षीया बेटी की मौत से फूटा गुस्सा

<-रनिया थाना क्षेत्र के मरचा खूंटी सिमडेगा रोड पर हुआ हादसा

-मरचा निवासी कल्याण तोपनो छह वर्षीया बेटी की मौत से फूटा गुस्सा

RANCHI(16 Dec): ranchi@inext.co.in

RANCHI(16 Dec): रनिया थाना क्षेत्र के मरचा खूंटी सिमडेगा रोड पर शुक्रवार को छह वर्षीया बच्ची की सड़क हादसे में मौत के बाद लोगों ने जमकर बवाल काटा। बोलेरो चालक को गिरफ्तार करने तथा मुआवजा की मांग करते हुए तोरपा-कर्रा रोड के पास लोगों ने एक घंटे रोड जाम कर दिया। दूर-दूर तक वाहनों की लाइन लग गई। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ नाजीर अख्तर, सीओ जोसेफ कंडुलना, इस्पेक्टर सरोज सिंह, तोरपा प्रभारी अमित तिवारी पहुंचे और गुस्साए लोगों को समझा- बुझा कर जाम खुलवाया।

ऐसे हुइर् दुर्घटना

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मरचा निवासी कल्याण तोपनो की सबसे छोटी बेटी छह वर्षीया मधुलता तोपनो अपनी बहन के साथ घर जा रही थी। इसी बीच सिमडेगा की ओर से आ रही एक बोलेरो की चपेट में आ गई। हादसे के बाद बोलेरो चालक ने घायल बच्ची को तोरपा रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। बाद में चालक अस्पताल में बोलेरो को छोड़ कर फरार हो गया।

15 लाख मुआवजा की मांग

घटना के बाद गुस्साए परिजन व स्थानीय लोगों ने शनिवार को शव लेकर अस्पताल के पास रोड जाम कर दिया। बाद में किसी के कहने पर बच्ची के शव को उठा कर तोरपा-कर्रा रोड के पास रख कर रोड को जाम कर दिया। परिजनों का कहना था कि बोलेरो मालिक से बात कराकर 15 लाख रुपए मुआवजा दिलाया जाए। इसके बाद एसडीपीओ नाजीर अख्तर व सीओ द्वारा श्राद्ध के लिया सहायता राशि देकर तथा परिजनों को मालिक से मिलाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया गया।

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जमादार बोले-जाओ, जो करना है कर दो

बच्ची की मौत के बाद अस्पताल में रनिया थाना के जमादार एसके रॉय हॉस्पिटल पंहुच कर मामले को समझाने के बजाय उन्होंने और तूल दे दिया। परिजनों ने बताया कि जमादार बाबू से कहा कि पोस्टमार्टम पूर्व जो मुआवजा का प्रावधान है, उसे पूरा कराएं तथा बोलेरो की पूरी जानकारी भी दे रहे हैं। बोलेरो मालिक को बुला कर सामने बात कराएं। लेकिन, उसी बात पर झल्ला कर जमादार बाबू ने कहा कि जाओ जो करना है कर दो।

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नहीं मिली एंबुलेंस, गोद में ले गए शव

अस्पताल से शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की गई, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिलने पर मरचा के ग्रामीण जोसेफ गुडि़या तथा लुकस तोपनो ने बच्ची के शव को रेफरल अस्पताल से अपनी गोद में उठा कर 1 किलोमीटर पैदल चल कर तोरपा कर्रा रोड के पास रख कर जाम कर दिया।

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रोती बहनें बोलीं, अब किसके साथ खेलेंगे

हादसे के बाद मधुलता के शव को देखकर उसकी तीनों बहन महिमा, लिलीखेस्स व अन्ना तोपनो तथा मां मरसा तोपनो का रो-रो कर बुरा हाल था। शव से लिपट कर बिलख-बिलख कर रो रही थीं, साथ ही कह रहीं थी कि अब हमलोग किसके साथ खेलेंगे। मेरे साथ खेलने वाला खिलौना नहीं रहा।