स्लग: 90 परसेंट रोड एक्सीडेंट की वजह तेज रफ्तार, अवेयरनेस ड्राइव फेल

-नशे की हालत में गाड़ी चलाने व ब्लैक स्पॉट भी एक्सीडेंट के बड़े कारण

RANCHI (6 April): स्पीड लिमिट नहीं, हर दिन सड़क हादसों में हो रही मौत। जी हां, राजधानी रांची में 90 परसेंट रोड एक्सीडेंट तेज रफ्तार के कारण हो रहे हैं। रांची पुलिस की मानें तो बाकी 10 परसेंट सड़क हादसे चालक के नशे में होने की वजह से हो रहे हैं। दरअसल, तेज रफ्तार और बिना हेलमेट पहने बाइक व स्कूटी राइडिंग मौत की वजह बन रही हैं। रांची पुलिस के अनुसार, 20 परसेंट सड़क हादसों की वजह ब्लैक स्पॉट भी हैं।

डेली आठ लोग गंवा रहे जान

झारखंड में सड़क हादसे में मारे गए लोगों के आंकड़े काफ भयावह हैं। यहां हर दिन आठ लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य कमलजीत सोई ने 2017 में एक रिपोर्ट जारी की थी। उन्होंने बताया था कि एक साल में सड़क हादसों में 2893 लोगों की मौत हो चुकी है।

रांची में 45 ब्लैक स्पॉट

राजधानी में हर दिन सड़क हादसे में लोगों की जान जा रही है। प्रशासन को सारी जानकारी है। शहर में 45 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, लेकिन इसकी जानकारी सिर्फ सरकारी फाइलों में ही है। शहर में किस इलाके में ब्लैक स्पॉट हैं, इसकी जानकारी कहीं नही दी गई है। ब्लैक स्पॉट चिन्हित हैं लेकिन वहां ना तो कोई एरो दिया गया है ना ही कोई चिन्ह जिससे लोग सचेत हो जाएं। झारखंड में वैसे 190 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इसमें रांची में सबसे अधिक ब्लैक स्पॉट हैं।

स्पीड गवर्नर की खानापूर्ति

सड़क दुर्घटना कम करने के कई उपाय हैं, लेकिन सबसे कारगार उपाय गाडि़यों में स्पीड गर्वनर का इस्तेमाल है। इससे वाहनों की गति सीमा फि क्स्ड हो जाएगी, जिससे काफ हद तक एक्सीडेंट पर कंट्रोल हो पाएगा। लेकिन, यहां गाडि़यों में लगने वाले स्पीड गवर्नर की चेकिंग की भी व्यवस्था नहीं है। सरकार ने वाहनों के लिए स्पीड गवर्नर को अनिवार्य कर दिया है, लेकिन इसे चेक करने के लिए किसी तरह का इंतजाम नहीं किया है। वाहनों में लगे स्पीड गवर्नर की क्वालिटी की न जांच हो रही है और न ही उसपर कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में यहां वाहनों में स्पीड गवर्नर लगाने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हाे रही है।

कार एक्सीडेंट के आंकड़े भयावह

झारखंड में कार एक्सीडेंट का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है। यहां प्राइवेट कारों की वजह से जहां 12 प्रतिशत एक्सीडेंट होते हैं, वहीं कामर्शियल कारों से होने वाले रोड एक्सीडेंट का आंकड़ा 45 परसेंट है। इसकी वजह इन कारों को ड्राइवर का अनट्रेंड व कम पढ़ा-लिखा होना है।

वर्जन

रांची में सड़क हादसों में लोगों की जानें जा रही हैं। शहर के लोगों के लिए हमलोग सड़क सुरक्षा सप्ताह चलाकर जागरूक करते हैं। लोगों को और जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए हमलोग काम कर रहे हैं।

-नागेंद्र पासवान, डीटीओ, रांची