- फ्रीबिल मैथोडिस्ट चर्च के बगल वाला रास्ता स्थाई रूप से कर दिया जाएगा बंद

- घोड़ा बटालियन रोड अभी नहीं होगी बंद, पीवी मार्ग सुबह पांच बजे से रात नौ बजे तक खुला रहेगा

- फ्राइडे को हुई कैंट बोर्ड की बैठक में हुए फैसले

बरेली। सैटेलाइट जाने के लिए सेना के क्षेत्र से होकर जाने वाले तीन रास्तों में सिर्फ एक स्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा। फ्राइडे को कैंट बोर्ड की बैठक में तय हुआ कि फ्रीबिल मैथोडिस्ट चर्च के बगल वाले रास्ते स्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा। घोड़ा बटालियन रोड अभी बंद नहीं होगी। पीवी मार्ग सुबह पांच बजे से रात नौ बजे तक खुला रहेगा। ब्रिगेडियर इंद्रजीत की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में कई प्रस्तावों पर मुहर लगी।

घोड़ा बटालियन रोड पर बन सकता है डिवाइडर

घोड़ा बटालियन रोड से होकर सैटेलाइट जाने वाले वाहनों की संख्या बढ़ने से जाम की समस्या खड़ी हो गई है। बोर्ड की बैठक में मौजूद केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने सुझाव दिया कि इस रास्ते को चौड़ा और डिवाइडर बनाया जाए, जिससे समस्या का समाधान हो सके। साथ ही इस सड़क पर स्लो स्पीड और हॉर्न नहीं बजाने के बोर्ड भी लगाए जाएं। सुझाव पर ब्रिगेडियर और बोर्ड के सीओ अनुपम तलवार ने विचार करने की बात कही।

लाल फाटक आरओबी पर नहीं ली परमीशन

लाल फाटक पर बनने वाला रेलवे ओवर ब्रिज पर बैठक में एक चौंकाने वाला प्वाइंट निकलकर आया। ब्रिगेडियर इंद्रजीत ने कहा कि रेलवे ओवर ब्रिज को कैंट इलाके में बनाने के लिए अभी तक परमीशन ही नहीं ली गई है। जहां पर आरओबी बन रहा है वो तो पब्लिक एरिया है। यदि कैंट इलाके में ओवर ब्रिज बनाया जाएगा तो उसके लिए हमसे परमीशन मांगनी होगी। लेकिन अभी तक कैंट बोर्ड से ब्रिज बनाने के लिए कोई परमीशन ही नहीं ली गई है। यदि परमीशन ली जाती है तो हम उस पर अपना जबाव दे देंगे।

कैंट के ऑफिस और सड़कों पर लगेंगी सोलर लाइट

बैठक में कैंट इलाके के सभी ऑफिसों और सड़कों पर सोलर और हाई मास्टलाइट लगाने का फैसला भी हुआ। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि स्ट्रीट और हाई मास्ट लाइट कहां और कितनी लगाई जाएगी।

सदर बाजार में बनेंगी धर्मशाला

बैठक में मौजूद केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने सदर बाजार में धर्मशाला बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। मंत्री का कहना था कि धर्मशाला बनने से लोग यहां फंक्शन भी कर सकें गे। साथ ही यह भी तय हुआ कि धर्मशाला का नाम धर्मशाला नहीं होना चाहिए। इस विषय पर भी काफी देर तक चर्चा चलती रही। जिसके बाद तय हुआ कि क्यों न धर्मशाला की जगह कम्यूनिटी हॉल या मैरिज लॉन रखना चाहिए। केंद्रीय मंत्री और ब्रिगेडियर इंद्रजीत ने कहा कि नाम को लेकर फैसला 15 दिनों के भीतर हो जाना चाहिए।

कैंट और सिविलियंस में नहीं है तालमेल

बैठक में प्रस्तावों के आलावा कुछ अन्य बातों पर भी चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सेना और कैंट में रहने वाले सिविलियंस के बीच कोई तालमेल नहीं है। जब से कैंट में एक गोली कांड हुआ है तब से कैंट के लोग सिविलियंस से बातचीत भी नहीं करना चाहते। उनका मानना था कि ऐसे तो कोई काम नहीं चलने वाला।

यह लोग रहे मौजूद

बैठक में कैंट बोर्ड के अध्यक्ष ब्रिगेडियर इंद्रजीत, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, एडीएम सिटी ओपी वर्मा, सीओ अनुपम तलवार, उपाध्यक्ष शिखा नायर, इलेक्टेड केंडीडेट मीता सती, अब्दुल हमीद, राजकुमार, धर्मवीर और मदन सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।