-जिसे बचाया वहीं अंतिम संस्कार में नहीं आया तो फूटा गुस्सा

-पुलिस का आश्वासन मिलने के बाद खोला जाम

बरेली : बदमाशों की गोली के शिकार हुए मृत आढ़ती राजू कपूर की मौत को लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों व भीड़ का गुस्सा फूट पड़ा. जिस व्यापारी को बचाने के लिए राजू ने अपनी जान गंवा दी उसके परिवार के किसी भी सदस्य ने मृतक के परिवार को सांत्वना देने के लिए आने की जरूरत तक नहीं समझी. इससे गुस्साई भीड़ ने शव लेकर जा रही एंबुलेंस एकता नगर चौराहा पर खड़ी करके जाम कर दिया. वहीं हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने पर भी पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

20 घंटे बाद भी बदमाशों का सुराग नहीं

पोस्टमार्टम के बाद परिजन एंबुलेंस में शव रखकर घर के लिए निकले लेकिन एकता नगर चौराहे पर पहुंच कर एंबुलेंस को सड़क पर ही रोक लिया और जाम लगा दिया. जाम लगने की सूचना मिलते ही प्रेमनगर पुलिस पहुंची लेकिन इंस्पेक्टर को देख मृतक के परिजन व भीड़ बौखला गई. आरोप था कि पुलिस की लापरवाही से सरेआम घटना हुई. घटना के बाद पुलिस ने रिपोर्ट भी अपने हिसाब से ही दर्ज की. हत्या के 20 घंटे बीत जाने के बाद भी बदमाशों की गिरफ्तारी तो दूर उनका सुराग तक पुलिस नहीं लगा सकी. मामले की जानकारी पर सीओ प्रथम कुलदीप कुमार पहुंचे और करीब एक घंटे बाद एसपी सिटी अभिनंदन सिंह भी फोर्स के साथ पहुंचे. भीड़ व परिजनों का कहना था कि जो काम पुलिस को करना चाहिए था वह राजू ने किया और लूट की वारदात बचाने के लिए अपनी जांच तक गंवा दी. परिजनों ने राजू को वीरता पुरस्कार देने की मांग की. इस पर अधिकारियों ने पुरस्कार के लिए अपनी तरफ से सिफारिश करने की बात कही. काफी समझाने पर करीब दो घंटे बाद परिजन शव लेकर गए इसके बाद ही जाम खुल सका.

भीड़ का शिकार हो रहे थे राहगीर

चौराहे पर जाम लगाने के बाद भी पुलिस की लापरवाही सामने आई. एकता नगर चौराहे पर जाम लगाने के बाद पुलिस ने डीडीपुरम चौराहे पर ट्रैफिक कुछ देर के लिए रोका. लेकिन कुछ देर बाद पीआरवी अपने इवेंट पर चली गई तो पब्लिक वाहन लेकर जाम की तरफ बढ़ गई, लेकिन जाम लगाए लोगों ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया. इसे लेकर लोगों की भीड़ से कहासुनी भी हुई. मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर कोतवाली के ड्राइवर गुरेंदर सिंह ने तत्काल वायरलेस कर सूचना दी और डीडीपुरम चौराहे पर पुलिस लगाने को कहा.

शव से लिपट कर रोती रही पत्नी व तीन बेटियां

राजू की मौत के बाद पूरा मुहल्ला परिवार के साथ था. राजू को वीरता पुरस्कार दिलाने की मांग को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे तो वही एंबुलेंस में रखे राजू के शव से पत्नी व तीनों बेटियां लिपट कर बिलखती रहीं. इस दौरान लोगों के भी आंसू निकल रहे थे.

चौराहे पर मूर्ति लगवाने की मांग

परिजनों ने राजू को वीरता पुरस्कार दिए जाने के साथ ही एकता नगर चौराहे पर राजू की मूर्ति लगाने की मांग की है. भीड़ का कहना है कि राजू ने वीरता को परिचय देते हुए अपनी जान गंवाई उसके लिए चौराहे पर उनकी मूर्ति लगाई जानी चाहिए.