RANCHI: कहीं नाली तो कहीं पाइपलाइन बिछाने के नाम पर राजधानी की मुख्य सड़कों को खोद दिया गया है। बरियातू से लेकर बूटी मोड़ तक अच्छी-खासी सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। वहीं, हरमू बाइपास की चमचमाती सड़क भी खुदाई की भेंट चढ़ गई। इससे लोगों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है। जबकि चार महीने पहले ही मोमेंटम झारखंड के वक्त इन दोनों सड़कों को दुरुस्त किया गया था। लेकिन बार-बार काम कराने के नाम पर इन सड़कों को खोदा जा रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि बार-बार नाली बनाने और पाइपलाइन बिछाने का काम किसी विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए तो नहीं किया जा रहा है।

पहले नाली फिर पाइपलाइन (बॉक्स)

बरियातू और हरमू इलाके में पहले ड्रेनेज बनाने के लिए खुदाई की गई थी। कई दिनों बाद ड्रेनेज का काम होने के बाद रोड को चकाचक कर दिया गया था। लेकिन अब फिर से पाइपलाइन बिछाने के नाम पर खुदाई करके छोड़ दी गई है।

फुटपाथ हो गया खत्म

रोड किनारे खुदाई कर दिए जाने से एक तो गाडि़यों के आने-जाने में परेशानी हो रही है। वहीं पैदल चलने वालों को काफी दिक्कत हो रही है। चूंकि रोड किनारे खुदाई कर दिए जाने की वजह से लोग फुटपाथ तक भी नहीं पहुंच पा रहे है। ऐसे में बीच रोड पर जान जोखिम में डालकर जाने को मजबूर हैं।

क्कद्गश्रश्चद्यद्ग ष्श्रठ्ठठ्ठद्गष्ह्ल

पाइप लाइन बिछाने के लिए मेडिका हास्पिटल से लेकर बूटी मोड़ तक रोड किनारे खुदाई कर दी गई है। आखिर पाइपलाइन बिछानी थी तो पहले ही क्यों नहीं बिछाई। यहां कोई प्लानिंग नहीं है और न ही किसी को पैसे की चिंता है। कई दिनों से काम चल रहा है। इससे हमलोगों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मनोज ढांढनिया

बारिश होने की वजह से स्थिति और भी खराब हो गई है। अंधेरे में तो गढ्डों का पता ही नहीं चलता। इस चक्कर में कई बार गिरकर घायल भी हो चुके हैं। पीच वाली सड़क को इतनी बेरहमी से खोदा गया है जैसे किसी को मारकर छोड़ दिया गया हो। आसपास रहने वालों के लिए भी ये गड्ढे मुसीबत बन गए हैं।

ज्योति पोद्दार

जब रोड बनाने का काम चल रहा था तो सरकार को पहले ही पाइपलाइन बिछानी थी। लेकिन सरकार को इससे फायदा नहीं होता। अब एक ही काम के लिए कई बार टेंडर होगा तो अधिकारियों की जेब तो भरेगी ही कंपनी को भी फायदा होगा। आखिर जनता के पैसों की कोई कीमत ही नहीं है।

मनोज सिंघानिया