12 किमी लंबी सड़क

शोधकर्ताओं ने इसके लिए एक 12 किलोमीटर लंबी सडक़ बनाई है, जिसके नीचे इलेक्ट्रिक केबल का जाल बिछा हुआ है. जैसे ही कोई इलेक्ट्रिक बस इस सडक़ से होकर गुजरती है, ये केबल उसकी बैटरी को चार्ज कर दे रहे हैं. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह पूरे विश्व में अपनी तरह की अनोखी सडक़ है. शोधकर्ताओं ने स्पष्ट किया है कि इस सडक़ पर केवल ऑनलाइन इलेक्ट्रिक व्हीकल (ओएलईवी) की ही बैटरी चार्ज हो पाएगी. इस इलेक्ट्रिक बस का निर्माण कोरिया एडवांस इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (केएआइएसटी) ने किया है.

दो ओएलईवी बसों को चलाया

परीक्षण के तौर पर फिलहाल दो ओएलईवी बसों को ही गुमी रेलवे स्टेशन से इन डांग जिले के बीच के 12 किमी लंबे विद्युतीकृत मार्ग पर चलाया जा रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि बस की बैटरी चार्ज करने के लिए सडक़ के नीचे दबे बिजली केबल को चुंबकीय दायरे में रखा गया है. जिसके चलते जब कोई इलेक्ट्रिक बस इस सडक़ से होकर गुजरती है तो उसके निचले हिस्से में लगे एक खास उपकरण के जरिये बैटरी को बिजली की आपूर्ति होने लगती है. आने-जाने का 24 किमी लंबा सफर पूरा करते ही बैटरी पूरी तरह से चार्ज हो जाती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि उनकी इस खोज से इलेक्ट्रिक बस के आम यातायात का हिस्सा बनने का मार्ग देर सबेर खुलने के आसार पैदा हो गए हैं.