-ठेकेदारों ने कहा पहले पुराना भुगतान करे फिर बनाएंगे सड़क
-तीन वर्ष पुराने भुगतान को लेकर नहीं कर रहे निर्माण
Bareilly: बरेली के प्रभारी मंत्री पीडब्ल्यूडी को नवंबर तक सड़कों का पैच वर्क कराने की डेडलाइन बकाए के फेर में फंस गई है। इतना ही नहीं, आधा दर्जन से अधिक सड़कों के नवीनीकरण पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है। क्योंकि ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि पहले बकाया दीजिए फिर नया काम करेंगे। हैरत की बात तो यह है कि ठेकेदारों के इस रवैया को लेकर अफसर भी खामोश हैं।
25 किमी। पैचवर्क अटका
1192 सड़कों का पैचवर्क काम नवंबर तक हो जाना था। करीब 35 ठेकेदारों को पैचवर्क की जिम्मेदारी दी गई थी। इनमें कुछ ठेकेदारों 25 किमी। पैचवर्क का काम बकाया के फेर में नहीं किया। यह काम उन्हें नवंबर तक हर हाल में कर लेना था।
नौ सड़कों का होना है नवीनीकरण
शहर में पीडब्ल्यूडी की नौ सड़कें हैं इन सड़कों का नवीनीकरण होना है। लेकिन पुराना पेमेंट न मिलने के कारण सड़कों का निर्माण कार्य ठेकेदारों नें अभी तक नहीं शुरू किया है। बरेली कॉन्ट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री अब्दुल कयूम अंसारी ने कहा कि निर्माण कार्य तभी शुरू होगा जब तक पिछला पेमेंट नहीं होगा।
50 करोड़ से अधिक का है बकाया
अब्दुल कयूम, विजेंद्र पाल सिंह, आदिल अख्तर, बृजेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य ठेकेदारों ने बताया कि सभी ने मिलकर तीन वर्ष पहले कई सड़कों का निर्माण किया था। उसका अभी भी एक एक लोगों का दो से तीन करोड़ रुपय पेमेंट फंसा हुआ है।
इन सड़कों का होना है निर्माण-
भोजीपुरा रोड, खटीमा सितारगंज नैनीताल मार्ग, बरेली बाईपास, फरीदपुर मार्ग, बरेली-मथुरापुर मार्ग, सीबीगंज रोड, पीलीभीत बरेली का शहरी भाग, गैनी अखा मार्ग, नवाबगंज रोड, बहेड़ी रोड, कैंट ब्रांच रोड शामिल हैं।
बरेली-बदायूं मार्ग
सड़कों की दूरी--
भोजीपुरा - 5.25 किमी
खटीमा सितारगंज-3 किमी
बरेली बाईपास-3.4किमी
फरीदपुर 1.8किमी
सीबीगंज रेलवे 270मीटर
पीलीभीत शहरी क्षेत्र 9किमी
टेंडर-
इन सड़कों का टेंडर एक माह पूर्व निकाला गया था सड़कों का निर्माण करने वाली फर्म और ठेकेदारों का भी चयन हो चुका है। पिछला भुगतान होने के बाद काम शुरू होगा।
वर्जन-
निर्माण कार्य पूरा होने के बाद सभी को भुगतान दिया जाना चाहिए, जिस भी ठेकेदार का भुगतान रुका है उनको जल्द ही पेमेंट किया जाएगा, किस कारण से पेमेंट रोका गया है इसकी जांच होगी।
राकेश राजवंशी, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी