PATNA : सड़क निर्माण में किस कदर भ्रष्टाचार हो रहा है, इसका सबूत रविवार को देखने को मिला। शहर के सबसे प्राइम लोकेशन बेली रोड ही बारिश के पानी में धंस गई। मेन सड़क धंसते ही पूरा शहर परेशान हो गया। सड़क से सरकार में हलचल मच गई और अफसरों का पूरा जमावड़ा लग गया। आनन फानन में सीएम नीतीश कुमार भी मंत्रियों के साथ मौके पर पहुंच गए और मामले की जांच का आदेश दे दिया। फ्लाइओवर का काम वर्ष 2017 में ही पूरा कर लिया जाना था लेकिन बरसात के मौसम में पायलिंग का काम चल रहा है जो इस घटना का कारण बना। पटना की लाइफ लाइन कही जाने वाल बेली रोड के धंसने को लेकर सीएम ने आदेश दिया है कि लोहिया पथ चक्र का निरीक्षण किया जाए और जिनके परामर्श से इसका निर्माण कार्य कार्य कराया जा रहा है उसके साथ भी मंत्रणा हो कि घटना क्यों हुई।

 

एक नजर में प्रोजेक्ट

-बेली रोड पर जाम से बचने को लेकर एलपीसी प्रोजेक्ट के तहत फ्लाई ओवर बनाया जा रहा है।

-बीपीएससी से ललित भवन के बीच फ्लाई ओवर का काम चल रहा है।

-बेली रोड पर राजावन चौक के पास जीरो प्वांइट है यहां से ही रैम्प बनाया जा रहा है

फ्लाई ओवर के लिए चार पिलर बनाने का प्लान है

-पंचकुला की कंस्ट्रक्शन कंपनी एसपी सिंगला को टेंडर मिला था

-एसपी सिंगला पटना में 4 से अधिक ओवर ब्रिज का करा चुकी है निर्माण

 

ये है जिम्मेदार

7 लोकेशन पर पंचकुला की कंस्ट्रक्शन कंपनी एसपी सिंगला को टेंडर मिला था

3 लोकेशन का नक्शा ही पुल निर्माण विभाग ने एसपी सिंगला कंपनी को सौंपा

4 लोकेशन का नक्शा नहीं मिलने से काम में होती गई देरी जिससे पूरा प्रोजेक्ट प्रभावित हुआ

2019 में भी काम पूरा होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि लोकेशन का नक्शा ही नहीं मिला है

2 नंबर पिलर के पास बरसात में पायलिंग करने के कारण हुआ हादसा