-गंगोत्री मार्ग पर फंसे हैं 800 कांवडि़ए

-करीब 1300 यात्री केदारनाथ मार्ग पर फंसे

-बद्रीनाथ रूट पर फंसे हैं करीब 750 यात्री

देहरादून: मौसम की मार से उत्तराखंड में कोई अछूता नहीं है। पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर रखा है। सड़कें जगह-जगह टूटी हैं। इस वजह से चार धाम यात्रा मार्गो पर करीब ढाई हजार यात्री फंसे हुए हैं। गंगोत्री मार्ग पर 800 कांवडि़ये फंसे हुए हैं। गंगोत्री के निकट हल्कूगाड में कांवडि़यों का एक वाहन भूस्खलन की चपेट में आकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि इसमें सवार 20 कांवडि़ये पहले ही उतर गए थे।

बद्री-केदार हाईवे बंद

केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली और जंगलचट्टी के बीच पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से कपिल कुमार पुत्र लक्ष्मी चंद्र और अजय पुत्र रामवतार निवासी 236 कृष्णापुरी मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) घायल हो गए। प्रशासन ने घायलों को लेने के लिए फाटा से दो बार हेलीकॉप्टर भेजा, लेकिन तेज बारिश के कारण हेलीकॉप्टर वापस लौट गया। फिलहाल उनका इलाज शिविर में चल रहा है। प्रशासन ने यात्रियों को पैदल मार्ग पर पड़ने वाले पड़ावों पर ही रोक दिया। 1300 से ज्यादा श्रद्धालु मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार सुबह बदरीनाथ के पास लामबगड़ में भी मलबा आने से सड़क बंद है। यहां करीब ढाई सौ यात्री फंसे हुए हैं। जबकि पांच सौ से ज्यादा श्रद्धालु जोशीमठ में मार्ग खुलने की प्रतीक्षा में हैं।

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पाकिस्तानी दल को रोका

पाकिस्तान से चार धाम यात्रा पर आए ¨हदुओं के दल को भी प्रशासन ने गंगोत्री से 92 किमी दूर नेताला में रोक दिया है। दल में 138 सदस्य शामिल हैं। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक ददन पाल ने बताया कि दल रात्रि विश्राम यहीं करेगा।

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मौसम के तेवर रहेंगे बरकरार

कुमाऊं में भी बारिश से पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले में एक दर्जन से ज्यादा मोटर मार्ग बंद हो गए हैं। राज्य मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार रविवार तक मौसम के रुख में बदलाव की संभावना नहीं है। गढ़वाल और कुमाऊं के कुछ इलाकों में भारी वर्षा की आशंका भी है।