- ठेकेदार ने रोड के नाम पर डाल दी गिट्टियां
- दो बार गिट्टी व मिट्टी डालने के बाद नहीं बनी रोड
- धूल से दुकानदारों के उपकरण हो रहे खराब
AGRA। सिटी में ठेकेदारों की मनमानी हावी है। लेकिन यही मनमानी अब लोगों पर भारी पड़ रही हैं। ठेकेदारों ने सड़क बनवाने के लिए कई जगह गट्टियां डाल दी हैं। जगह-जगह उड़ती धूल और गिट्टियों पर किसी तरह से अपनी गाडि़यों को संभाले लोग किसी तरह अपनी मंजिल पर पहुंच जाते हैं। इस दौरान लोगों को अपने जीवन को खतरे में डालना पड़ता है। जी हां, गिट्टी और धूल के गुबार बीच से गुजरते हुए लोगों के जीवन में जहर घुल रहा है। यही नहीं, शोपकीपर्स के इलैक्ट्रोनिक आयटम भी डस्ट से खराब हो रहे हैं। साकेत कॉलोनी व शाहगंज एरिया में ठेकेदार द्वारा गिट्टी डालकर छोड़ दी गई है।
मनमानी से परेशान हो रहे आगराइट्स
ठेकेदारों की मनमानी के चलते आगराइट्स को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह उड़ती धूल की वजह से लोगों को सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही है तो वहीं लोगों का रोजगार भी प्रभावित हो रहा है।
कहीं नाली तो कहीं निकलना मुश्किल
ठेकेदार द्वारा रोड बनाने के लिए डाली गई गट्टियों से धूलियागंज की रोड की नालियां चोक हो चुकी हैं तो वहीं साकेत कॉलोनी में लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं, रामनगर की पुलिया शाहगंज में धूल के गुबार से आम पब्लिक परेशान हो रही है।
धूलियागंज रोड
धूलियागंज रोड बनाने के लिए पहली बार रोड पर गिट्टियां लगभग दो से तीन माह पहले डाली गई। उसके बाद दूसरी बार करीब बीस दिन पहले गिट्टी बिछाई गई लेकिन रोड अभी तक नहीं बनी है।
साकेत कॉलोनी रोड
साकेत कॉलोनी की रोड को बनाने के लिए ठेकेदार द्वारा लगभग तीन महीने पहले गिट्टियां बिछाई गई जिस पर से आए दिन बाइक फिसल जाती हैं और दुर्घटना घटित होती रहती हैं।
रामनगर की पुलिया, शाहगंज
इस रोड पर करीब एक महीने पहले गिट्टी डाली गई और ठेकेदार द्वारा यहां भी रोड नहीं बनाया गया, गिट्टी के साथ डाले गए चूरे से रेत हवा में जहर घोल रहा है। जिसके चलते पैदल व दोपहिया वाहनों का रोड से निकलना मुश्किल हो गया है।
'ठेकेदार द्वारा गिट्टी तो डाल दी गई लेकिन रोड नहीं बनाई गई है जिसके कारण घर जाने के लिए भी घूमकर जाना पड़ता है क्योंकि गिट्टियों के ऊपर टायर पड़ने से फिसलने का डर बना रहता है.'
श्याम पैंगोरिया, क्षेत्रीय निवासी
'मेरी फोटोस्टेट करने की दुकान है जिसमें धूल उड़ने के कारण आए दिन मेरी मशीन खराब हो जाती है। हाल ही में मैंने अपनी मशीन में पच्चीस हजार रुपए खर्च किए और दोबारा खराब हो गई.'
राजकुमार गुप्ता, शॉपकीपर
'नाली में गिट्टी भर जाने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है, ठेकेदार भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। स्वयं पैसा देकर नाली की सफाई करानी पड़ रही है.'
विनोद कुमार राठौर, क्षेत्रीय निवासी
'मेरे मकान में ही मेरा प्रिंटिंग का काम है जिसमें धूल ने मेरी मशीनों को खराब कर दिया है। वहीं घर के अंदर भी हर रोज धूल भर जाती है, ठेकेदार भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा.'
देवदत्त शर्मा, क्षेत्रीय निवासी
'रोड बनाने में ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहा है, हर रोज रोड पर पानी छिड़कना पड़ता है ताकि धूल न उड़े लेकिन कुछ समय बाद ही दोबारा से धूल उड़ने लगती है.'
राजकुमार गोयल, क्षेत्रीय निवासी
'रोड नहीं बनी इसलिए मुझे अपने घर घूमकर जाना पड़ता है, यहां धूल भी बहुत उड़ती है। आए दिन कोई न कोई यहां गिर जाता है। इसे आप जल्दी बनवा दीजिए प्लीज.'
अंशिका पैंगोरिया, स्टूडेंट
'मैंने अभी चार पांच दिन पूर्व ही गिट्टी डलवाई है, गिट्टी व रेते को सेट करने में लगभग तीन दिन का समय लगता है दो दिन के अंदर काम शुरू करवा दिया जाएगा.'
सुनील बंसल, ठेकेदार धूलियागंज
'ठेकेदार ने रोड पर काम शुरू नहीं किया है इसकी मुझे जानकारी नहीं है, मैं एक्सईएन को बोलकर तीन दिन में काम शुरू करवाता हूं किसी भी सूरत में लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। वहीं अन्य ऐरियाज में भी काम जल्दी शुरू करवाया जाएगा.'
इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त