- आने-जाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर कम कर सकते हैं खर्च

- पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुरक्षित होने के साथ ही है सस्ता

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बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों ने हर किसी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। ईधन के खर्चो ने घर तक का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। पर आप लाइफस्टाइल थोड़ा सा चेंज कर दें तो निश्चित ही ईधन की खपत भी कम होगी और घर का बजट भी बेपटरी नहीं होगा। यदि बहुत जरूरी न हो तो अपनी बाइक-कार छोड़कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज कर सकते है। ई-रिक्शा, ऑटो, रोडवेज सिटी सर्विसेज की बसेज से लेकर अन्य कई ऐसी सुविधाएं अपने शहर में अवेलेबल है जिसका यूज कर आप अपने ईधन के खर्चे को कंट्रोल कर सकते हैं।

बचा सकते हैं डेढ़ हजार रुपये

उदाहरण के तौर पर यदि आप डेली बाइक से बनारस, कैंट से मुगलसराय अप-डाउन करते हैं तो एक मंथ में कम से कम 2200-2500 रुपये ईंधन खर्च में आयेगा। यदि यही आप आटो या फिर किसी मैजिक वाहन से अप-डाउन करेंगे तो 600 से 800 रुपये किराए में खर्च होंगे। लगभग डेढ़ हजार रुपये आपके बजत होगा। बहुत जल्दबाजी या फिर अन्य कोई एक साथ जरूरी काम निपटाने हैं तो फिर आप बाइक-कार का सहारा ले सकते हैं।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट है बेस्ट

सिटी में ट्रैफिक जाम को यदि छोड़ दिया जाए तो फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेस्ट है। दिन हो या रात पग-पग पर साधन सुलभ है। ई-रिक्शा, ऑटो से लेकर रोडवेज की सिटी बस भी खूब चल रही है। पंद्रह से बीस रुपये किराया देकर आप 15 से 25 किमी का सफर आराम से तय कर सकते हैं। यदि डेली ऑफिस या दुकान आना है तो दस रुपये देकर 20 किमी आसानी से आ जा सकते हैं। जबकि बाइक से आने जाने पर यही खर्च दोगुना हो जाएगा।

बोलते हैं आंकड़े

08

लाख है सिटी में वाहनों की कुल संख्या

7,06,120

हैं दो पहिया वाहन

63,271

चार पहिया वाहनों की संख्या है

18,161

ऑटो रिक्शा

5337

ट्रैवल एजेंसियों के वाहन

2553

रोडवेज सहित यात्री बसें