GORAKHPUR: रोडवेज जनरथ बस के कंडक्टर की चूक से एक छात्रा को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कंडक्टर ने रेलवे बस अड्डा से लेकर नौसढ़ तक टिकट जांचने की जरुरत नहीं समझी। नौसढ़ पहुंचने पर टिकट को गलत बताकर जबरन बस से उतार दिया। प्रकरण आरएम तक पहुंच गया है। विभाग कंडक्टर की भूमिका की जांच कर रहा है।

कंडक्टर से पूछकर लिया टिकट

महराजगंज के संजय कुमार पांडेय की बेटी माधुरी पांडेय लखनऊ में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है। मंगलवार को वह अपने चाचा विजय पांडेय के साथ रेलवे बस अड्डे पर पहुंची। दो बजे जाने वाली जनरथ बस खड़ी थी। कंडक्टर से पूछकर विजय ने काउंटर से टिकट लिया और सीट नंबर 12 पर बिठा दिया। कंडक्टर ने बस अड्डे से लेकर नौसढ़ तक टिकट जांचने की जरुरत नहीं समझी।

टिकट बनाने से कर दिया इंकार

नौसढ़ पहुंचने पर कंडक्टर ने टिकट चेक किया तो नाराज हो गया। टिकट को दूसरे नंबर की जनरथ का बताते हुए तत्काल उतरने को कहा। छात्रा पहले तो अपनी चूक पूछती रही लेकिन कंडक्टर के जिद के बाद दूसरा टिकट बनाने की बात कही। कंडक्टर ने टिकट बनाने से इंकार कर दिया और जबरन नौसढ़ पुलिस चौकी के पास उतार दिया। छात्रा ने रोते हुए पूरे प्रकरण से अपने चाचा को अवगत कराया। चाचा विजय पांडेय गाड़ी लेकर नौसढ़ पहुंचे और कंडक्टर के रवैये की शिकायत आरएम से की।

वर्जन

कंडक्टर द्वारा छात्रा को बस से उतार देने का मामला संज्ञान में आया है। सीट खाली थी तो कंडक्टर को दूसरा टिकट बनाना चाहिए था। इस मामले की जांच कराई जा रही है।

एसके राय, आरएम रोडवेज