- रोडवेज की कमाई से अपनी जेब भरने के लिए कंडक्टर लगाते है तरकीब

- चेकिंग हुई तब जाकर खुली कंडक्टर की पोल

GORAKHPUR: रोडवेज की बसों की कमाई कंडक्टरों की आखों में चुभने लगी है। इससे अपनी जेब भरने के लिए कंडक्टर तमाम तरकीबें अपनाते रहते हैं। जिसका खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने अपनी खबर में कई बार किया भी है। इसके बाद भी परिवहन निगम के जिम्मेदार रोडवेज की बसों में प्रापर चेकिंग नहीं करते हैं। जिससे इस तरह का काम करने वालों के हौसले बुलंद रहते हैं। देर से ही सही न जाने कहां से रोडवेज की टीआई टीम की नजर तमकुहीराज चलने वाली दो अनुबंधित बसों पर पड़ी। जिसे चेक करने के बाद दोनों ही गाडि़यों में कई पैसेंजर्स डबल्यू टी मिले। जिसके बाद तत्काल एक्शन में आई टीम ने दोनों ही कंडक्टरों को सस्पेंड कर दिया है।

रूटिन चेकिंग में मिली खामियां

गोरखपुर रोडवेज से तमकुहीराज के लिए निकली अनुबंधित बस को बीच रास्तें में रूटिन चेकिंग करने के लिए टीआई दिलीप सिंह ने रोका। उन्होंने गाड़ी की चेकिंग की तो 9 पैसेंजर्स बिना टिकट मिले। जिसके बाद उन्होंने तत्काल गाड़ी में मौजूद कंडक्टर अजीत कुमार यादव को सस्पेंड कर दिया। इसी तरह एक और अनुबंधित बस की चेकिंग की तो उसमे 6 पैसेंजर्स बिना टिकट मिले। जिसके बाद कंडक्टर अनिल कुमार पाण्डेय का बैग ले लिया गया।

जांच के बाद जा सकती है नौकरी

गोरखपुर डिपो के एआरएम केके तिवारी ने बताया कि दो कंडक्टर को सस्पेंड किया गया है। अब इस पुरे मामले की जांच की जाएगी। जांच में अगर कंडक्टर की गलती पाई जाती है तो उसकी नौकरी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।

रोडवेज की कमाई में लगाते हैं सेंध

अभी कुछ ही दिन पहले गोरखपुर रोडवेज की एक बस में कंडक्टर ईटीएम मशीन से छेड़छाड़ कर टिकटों की हेराफेरी करते पकड़ा गया था। जिसमें कार्रवाई तो अभी तक नहीं हो पाई है हां जांच जरूर चल रही है। इसी तरह गोरखपुर रीजन के ही एक रोडवेज बस में यही मामला सामने आया था। जिसके बाद भी कंडक्टर को गाड़ी से उतार दिया गया था और उसमे भी जांच चल रही है। यही नहीं गोरखपुर डिपो की एक बस में कंडक्टर द्वारा मार्गपत्र में गड़बड़ी करना पाया गया था। इस मामले में भी जांच चल रही है। सूत्रों की माने तो ऐसे कई तरीकों से रोडवेज की कमाई को हर महीने लाखों की चपत लगाई जा रही है। जबकि रंगे हाथो पकड़े जाने के बाद भी दोषियों की जांच करके मामला खत्म कर दिया जाता है। कार्रवाई के नाम पर अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है। जिससे गलत कार्य करने वालों के हौसल दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे हैं।

वर्जन

दो गाडि़यों के कंडक्टरों को डबल्यू टी में सस्पेंड किया गया है। जांच में ये अगर दोषी पाए जाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी।

केके तिवारी, एआरएम