- बसों की टाइमिंग सुधारने के लिए रोडवेज की पहल

- ड्राइवर्स-कंडक्टर्स को 24 घंटे पहले मोबाइल पर मिलेगा ड्यूटी का मैसेज

GORAKHPUR: रोडवेज बसें अब ड्राइवर्स-कंडक्टर्स की मर्जी से नहीं बल्कि अपने निर्धारित समय से चलेंगी। वहीं, कंडक्टर या ड्राइवर की कमी का हवाला दे बसों को बस अड्डे पर खड़ा किए जाने का बहाना भी अब नहीं चलेगा। इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से एक नई पहल की जा रही है। इसके तहत अब ड्राइवर्स-कंडक्टर्स को कौन सी बस कब लेकर कहां जानी है इसकी सूचना डिपो पर आने के बाद नहीं बल्कि 24 घंटे पहले ही एसएमएस के जरिए मिल जाएगी। ऐसे में कर्मचारियों के किसी भी तरह के बहाने अब नहीं चल सकेंगे और पैसेंजर्स को बसों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

खड़ी रह जाती हैं बसें

बता दें, रोडवेज बसों की टाइमिंग ट्रेंस की तरह निर्धारित तो हैं, लेकिन बसें कभी अपने समय पर नहीं चलतीं। ऐसे में पैसेंजर्स को ना तो बसों के टाइमिंग की जानकारी होती है और ना ही उन्हें समय से बस ही मिल पाती है। कई बार तो यह भी स्थिति होती है कि पैसेंजर्स डिपो पर खड़ी बसों में तो बैठ जाते हैं, लेकिन घंटों ड्राइवर व कंडक्टर का पता नहीं चलता। इससे पैसेंजर्स का काफी समय नुकसान होता है। रोडवेज अधिकारियों का मानना है कि इस नई पहल से अब ऐसा नहीं होगा। कर्मचारियों की ड्यूटी पहले ही निर्धारित कर उन्हें एसएमएस के जरिए सूचना दे दिए जाने से वे ड्यूटी को लेकर कोई बहाना नहीं बना सकेंगे।

फटाफट बंटेगी ड्यूटी

रोडवेज ड्राइवर व कंडक्टर को डिपो स्थित ड्यूटी रूम से ड्यूटी अलॉट की जाती है। ऐसे में कई बार एक साथ कई कर्मचारियों के जुट जाने से ड्यूटी अलॉट होने में काफी देर हो जाती है। जिससे कर्मचारियों को भी इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब एसएमएस से ड्यूटी लगने से यह दिक्कत भी दूर हो जाएगी। इसके लिए रोडवेज की ओर से सॉफ्टवेयर भी तैयार करवाया गया है। जिसमें प्रदेश के सभी डिपो पर तैनात ड्राइवर व कंडक्टर के मोबाइल नंबर व नाम फीड करना भी शुरू कर दिया गया है। उम्मीद है जून से इस सेवा को गोरखपुर सहित प्रदेश के सभी रीजन में शुरू कर दिया जाएगा।

वर्जन

रोडवेज कर्मचारियों की एसएमएस से ड्यूटी लगाने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इस सेवा की शुरुआत पूरे प्रदेश में कर दी जाएगी। इससे कर्मचारियों को रूट और बस की जानकारी एसएमएस से 24 घंटे पहले ही दे दी जाएगी। इससे बसों की टाइमिंग में काफी हद तक सुधार होगा।

- के रविंद्रनायक, एमडी यूपी रोडवेज