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किलोमीटर बढ़ गयी है डायवर्जन से गोरखपुर, आजमगढ़, जौनपुर की दूरी

20

किलोमीटर ज्यादा दूरी कर रहे हैं वाराणसी की तरफ से आ रहे वाहन

150

रुपये हुआ इलाहाबाद से बनारस का किराया पहले 137 रुपए था

140

रुपये हुआ इलाहाबाद से जौनपुर का किराया पहले 117 रुपए था

316

रुपये हुआ इलाहाबाद से गोरखपुर का किराया पहले 293 रुपए था

202

रुपये हुआ इलाहाबाद से आजमगढ़ का किराया पहले 179 रुपए था

30

अगस्त तक बढ़ी दूरी से ही करना होगा यात्रियों को सफर

कांवर यात्रा की वजह से इलाहाबाद-वाराणसी रूट हुआ वन वे

सड़कों पर काम के चलते भारी वाहनों को सिंगल रूट पर चलने की भी परमिशन नहीं

डायवर्जन से बढ़ी दूरी तो परिवहन निगम ने बढ़ा दिया किराया

dhruva.shankar@inext.co.in

ALLAHABAD: सावन के पहले दिन से हो रही बारिश ने मौसम खुशनुमा बना दिया है। गर्मी और उमस से राहत मिली है। हिन्दुओं के पर्वो का आगाज भी होने वाला है। शिवालयों की रौनक बढ़ गयी है। कांवरियों का मूवमेंट शुरू हो गया है। उन्हें सेपरेट रोड मिल गयी है वाराणसी तक आने के लिए। यह सावन महीने का पॉजिटिव पहलू है तो निगेटिव पहलू यह है कि पूर्वाचल से इलाहाबाद आने वालों के लिए मुश्किल हो गयी है। उनकी जेब तो हल्की हो ही रही है एक्स्ट्रा टाइम भी जर्नी में खर्च करना पड़ रहा है। इस स्थिति का अगले एक महीने तक कोई साल्यूशन मिलने वाला नहीं है। शहर के लोगों की मुश्किल अलग बढ़ी है कि भारी वाहनों का आवागमन शहरी एरिया से बढ़ गया है।

पूरे पूर्वाचल पर पड़ा है असर

सावन के महीने में इलाहाबाद से बड़ी संख्या में कांवरिया बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए वाराणसी जाते हैं। इसके चलते इलाहाबाद से वाराणसी जाते हैं। इस मार्ग का ज्यादातर हिस्सा स्वर्णिम चतुभुर्ज का होने के चलते सड़क फोर लेन बनी है। येन-केन प्रकारेण पूरे पूर्वाचली की रोड इससे कनेक्ट होती है। इस साल वाराणसी रोड पर चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इसके चलते सड़क के एक तरफ का हिस्सा कांवरियों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। साथ ही पिछले सालों की तरह इस बार दूसरी तरफ भी भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रखा गया है। यह डायवर्जन लागू हो चुका है इससे वाहनों को इलाहाबाद शहर तक पहुंचने के लिए लम्बा चक्कर लगाना पड़ रहा है।

चपत से बचने को लिया फैसला

परिवहन निगम के अफसरों का कहना है कि रूट डायवर्जन से दूरी बढ़ी तो तेल का खर्च बढ़ गया। टाइमिंग ज्यादा लगने लगी। इसके चलते किराया बढ़ाने का फैसला लिया गया है। सिविल लाइंस डिपो के एआरएम आरपी सिंह ने बताया कि रुट डायवर्जन सावन समाप्त होने के बाद तीस अगस्त तक लागू रहेगा। इसके बाद बढ़ा किराया वापस लिया जा सकता है।

रूट डायवर्जन

इलाहाबाद से बनारस की ओर जाने वाली बसें फाफामऊ से सहसों, प्रतापपुर, दुर्गागंज और भदोही होते हुए जाएंगी। दूरी करीब 20 किलोमीटर बढ़ी।

जौनपुर, आजमगढ़ व गोरखपुर की ओर जाने वाली और उधर से आने वाली बसें फाफामऊ से सहसों, फूलपुर, प्रतापपुर व उग्रसेनपुर होते हुए बादशाहपुर पहुंचेंगी। इससे दूरी 24 किलोमीटर बढ़ी।

सावन में कांवर यात्रा को देखते हुए रुट डायवर्ट किया गया है। रुट की दूरी बढ़ने की वजह से किराए में भी बढ़ोत्तरी की गई है। यह व्यवस्था तीस अगस्त तक बनारस और गोरखपुर की ओर जाने व आने वाली बसों पर प्रभावी रहेगी।

डॉ। हरीशचंद्र यादव,

रीजनल मैनेजर, इलाहाबाद परिक्षेत्र परिवहन निगम