- बसें कौशाम्बी से बरेली आते समय मुहैया नहीं कराते हैं पानी की बोतल

- पैसेंजर्स को एक्स्ट्रा पैसे खर्च कर बाहर से लेना पड़ता है पीने का पानी

>BAREILLY: परिवहन निगम की लग्जरी बसों में पैसेंजर्स प्यासे हुए सफर करने को मजबूर हैं। टिकट के साथ पानी के लिए पैसा चुकाने के बावजूद ज्यादातर अनुबंधित शताब्दी और वॉल्वो बसों में पैसेंजर्स को पानी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। कुछ बसों में पानी दिया भी जा रहा तो, उसमें नॉन ब्रांडेड पानी सप्लाई हो रहा है। इससे मजबूरन पैसेंजर्स को पानी खरीदकर प्यास बुझानी पड़ रही है।

सिर्फ छह बोतल पानी

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ट्यूजडे दोपहर 12 बजे सेटेलाइट बस स्टेशन पहुंची। यहां कौशाम्बी दिल्ली के बीच चलने वाली एसी शताब्दी बस संख्या यूपी 25 बीटी 5728 जाने के लिए तैयार थी। बस में ड्राइवर के सीट के पीछे कार्टन में पानी की सिर्फ छह बोतलें थी। पास में ही खड़ी कौशाम्बी डिपो की वॉल्वो बस में ड्राइवर सीट के पास आईस बॉक्स तो था, लेकिन पानी की बोतल गायब थी। जब बस के स्टॉफ से इसके बारे में बात की गई तो उसका कहना था कि पानी अभी लोड करना बाकी है। बाद में उसने बस में बने लगेज बॉक्स में पानी की बोतल दिखाई।

नॉन ब्रांडेड या नहीं देते पानी

एसी बस में बैठक कर कौशाम्बी दिल्ली जा रहे पैसेंजर राजीव खंडेलवाल ने बताया कि बरेली से कौशाम्बी जाते वक्त कुछ बसों में नॉन ब्रांडेड पानी मिलता है। बगल की सीट पर बैठे अमित रस्तोगी ने बताया कि कौशाम्बी से बरेली जितनी भी एसी बसें रात में आती है उनमें पानी की बोतल प्रोवाइड नहीं कराई जाती है। जिस वजह से बाहर से पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है।

रीजन में 518 बसों का संचालन

बरेली रीजन में टोटल 518 बसें हैं। इनमें एसी शताब्दी बसों की संख्या 50 से अधिक है। अकेले बरेली से दिल्ली रूट्स पर ही 38 एसी बसें दौड़ती हैं। सभी एसी शताब्दी बसें अनुबंधित ही हैं। इन बसों में पहले परिवहन नीर पैसेंजर्स को दिया जाता था। इस काम की जिम्मेदारी पूरे यूपी प्रदेश में एक्सिस इंटरनेशनल कंपनी को सौंपी गई थी, लेकिन बकाया राशि की भुगतान और टैक्स नहीं देने पर परिवहन निगम मुख्यालय ने जुलाई 2016 में कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया था। तब से अनुबंधित बस के मालिक नॉन ब्रांडेड या तो फिर पानी मुहैया ही नहीं कराते हैं। जिस वजह से पैसेंजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। होली पर पैसेंजर्स की भीड़ काफी बढ़ गई है। ऊपर से टेम्प्रेचर बढ़ता जा रहा है। जिस वजह से पीने के पानी की जरूरतें काफी बढ़ गई है।

फीगर स्पीक

- 518 एसी शताब्दी, गोल्ड लाइन और साधारण बसें बरेली रीजन में।

- 70 हजार से अधिक पैसेंजर्स रोजाना परिवहन निगम की बसों से जर्नी करते हैं।

- 60 लाख रुपए से अधिक परिवहन निगम को राजस्व की प्राप्ति होती है।

- 7 हजार से अधिक पानी की बोतल परिवहन नीर का होता था सप्लाई।

एसी बसों में पीने का पानी मुहैया कराने के लिए बस मालिकों को निर्देश दिए गए है। फिर भी किसी पैसेंजर्स को प्रॉब्लम्स हो रही है, तो वह शिकायत कर सकते हैं।

प्रभाकर मिश्रा, आरएम, परिवहन निगम

रात के समय बस वाले ज्यादा मनमानी करते है। कौशाम्बी से बरेली आनी वाली बसों में पानी नहीं दिया जाता है। जिस वजह से हम लोगों को बाहर से पानी खरीदना पड़ता है।

अगम, पैसेंजर