-कैंट बस स्टेशन पर पिछले छह माह से नहीं हो रही है काउंटर से एडवांस टिकट बुकिंग

-पिछले एक मंथ से बंद है भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा, इंफारमेशन के लिए लगी एलईडी स्क्रीन भी स्टेशन से गायब

इंट्रो

यात्रियों को आराम व सुरक्षित सफर का दावा करने वाले कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर हालात एकदम उलट है। यात्री सुविधाओं की भारी कमी है। न तो भारत-मैत्री बस की शुरूआत हो सकी और न ही पिछले छह मंथ से बंद पड़े बुकिंग काउंटर का शटर उठ सका। बसेज की लोकेशन के लिए लगी एलईडी स्क्रीन डिस्प्ले भी अब स्टेशन परिसर में नहीं दिखती। साफ पेयजल का बूथ भी काईयुक्त पानी दे रहा। प्रेशर आने पर यात्री जेब हल्की कर रहे और रोडवेज के वाशरूम में ताला लटक रहा। बस स्टेशन के फूड स्टाल वाले भी पीछे कहां रहने वाले, यात्रियों से एक का तीन दाम वसूल रहे। चौधरी चरण सिंह बस अड्डा फिलहाल समस्याओं का बस अड्डा बनकर रह गया है। सूबे के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के तीन से चार बार इंस्पेक्शन के बावजूद हालात नहीं सुधर सके।

डिविजन पर नहीं है बुकिंग काउंटर

आठ रीजन के हेडक्वार्टर कहे जाने वाले कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर पिछले छह माह से बुकिंग काउंटर से यात्रियों को टिकट ही नहीं मिल रहा। ऐसे में पैसेंजर्स या तो बस के अंदर टिकट ले रहे हैं या फिर ऑनलाइन टिकट बुक कराकर सफर कर रहे हैं। उधर, टिकट काउंटर बंद होने का खामियाजा इंक्वायरी काउंटर वाले भुगत रहे। आए दिन पैसेंजर्स टिकट के लिए इंक्वायरी काउंटर पर पहुंचकर हो हल्ला मचा रहे हैं। टिकट बुकिंग काउंटर बंद होने से एक नुकसान यह हो रहा है कि एसी बसेज की लोकेशन नहीं मिल पा रही है। नई दिल्ली, आगरा, काठमाण्डू, कानपुर, लखनऊ आदि रूट्स की बसेज यदि लेट होती हैं तो बुकिंग काउंटर से उसकी लोकेशन मिल जाती थी। कम्प्यूटर के स्क्रीन पर कंडक्टर का नाम व मोबाइल नंबर शो करता था जिसके जरिए यहां के स्टाफ उनसे कांट्रेक्ट कर बसेज की लोकेशन ले लेते थे लेकिन अब यह भी नहीं हो पा रहा है। स्टेशन पर बस कब तक आएगी इसकी जानकारी कोई बताने वाला नहीं है।

एसी बसों का बिछा है जाल

सबसे बड़ी बात यह है कि बनारस से छोटे से बड़े महानगरों तक एसी बसों का जाल बिछ चुका है। हर शहर के लिए दो से तीन एसी बस वाल्वो, जनरथ, स्कैनिया, ट्रवेलर आदि चल रही हैं। इनकी बुकिंग या तो रोडवेज स्टेशन पर टिकट काउंटर से होती थी या फिर ऑनलाइन ही बुक कराना होता है। अमूमन अधिकतर पैसेंजर्स काउंटर टिकट पर अधिक फोकस करते हैं। लेकिन काउंटर बंद होने से परेशानियां झेल रहे हैं।

हेडक्वार्टर से नहीं मिल रही वाल्वो

बनारस-काठमाण्डू के बीच रोडवेज की वॉल्वो मैत्री बस सेवा जनवरी मंथ से बंद है। दो साल पूर्व शुरू हुई भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा बंद होने से यात्रियों को परेशानियां झेलनी पड़ रही। यूपी स्टेट परमिट कैंसिल होने की वजह से सेवा पर ब्रेक लगा। रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि फिर से नई वाल्वो बस को रोडवेज हायर करेगा, उसका इंटरनेशनल परमिट बनेगा तब कहीं जाकर सेवा फिर से शुरू हो सकेगी। हेडक्वार्टर से प्रोसेस जारी है। हालांकि नेपाल की 43 सीटर की बस बनारस आ जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल 2015 में बनारस-काठमाण्डू बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।

कहां गई एलईडी स्क्रीन?

पूर्वाचल सहित बड़े महानगरों तक बनारस से एसी बसों का आना जाना है। हर रोज तीन दर्जन से अधिक एसी बस बनारस आवागमन कर रही। नई दिल्ली, काठमाण्डू, आगरा, मथुरा, कानपुर, बांदा, लखनऊ, आजमगढ़, गोरखपुर, शक्तिनगर आदि एरिया के लिए बस चल रही। मगर, उनकी सटीक लोकेशन कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर नहीं मिल रही। कौन सी बस किस प्लेटफार्म से गुजरेगी, यह इंफारमेशन देने के लिए स्टेशन कैंपस में आधा दर्जन से अधिक एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी लेकिन अब वह भी नहीं दिखती।

इंक्वायरी काउंटर में सन्नाटा

बसों की जानकारी देने के लिए इंक्वायरी काउंटर से एनाउसमेंट हो रहा। वह भी स्टाफ दोपहर या शाम तक तो जानकारी देते है, लेकिन रात दस बजे के बाद स्टेशन पर सन्नाटा छा जाता है। इंफारमेशन के लिए यात्री भटकते रहते है लेकिन मिलती नहीं।

फूड स्टाल वाले काट रहे जेब

बस स्टेशन पर आधा दर्जन से अधिक फूड स्टाल्स है। लेकिन सभी स्टाल्स वाले यात्रियों को लूट रहे। एक का तीन दाम वसूलते तो है हीं, साथ में यात्रियों से दबंगई भी बतियाते है।

बुकिंग काउंटर पर ध्यान है, कोशिश है कि इस मंथ से शुरू करा दिया जाए। काठमाण्डू वाल्वो बस को लेकर हेडक्वार्टर में बातचीत चल रही है। यात्रियों को सुविधाएं अधिक से अधिक मिले इस दिशा में बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।

केके शर्मा, आरएम

रोडवेज बनारस डिविजन

एक नजर

8

डिपो हैं बनारस डिवीजन में

546

बसों का होता है संचालन

38

एसी बस

130

अनुबंधित बस

130

सिटी ट्रांसपोर्ट की बसेज

8000

से अधिक यात्रियों का है रोजाना आवागमन

यहां-यहां के लिए हैं सेवाएं

-बनारस से नई दिल्ली वाल्वो, स्कैनिया

-बनारस से आगरा वाल्वो सेवा

-बनारस से मथुरा-वृंदावन जनरथ एसी बस

-बनारस से बांदा जनरथ बस सेवा

-बनारस से काठमाण्डू वाल्वो सेवा

-बनारस से लखनऊ-कानपुर वाल्वो, स्कैनिया

-हर एक घंटे पर इलाहाबाद के लिए एसी बस सेवा

-शक्तिनगर, गोरखपुर, आजमगढ़ एसी बस सेवा