-बसों की खिड़कियों से नदारद हैं ग्लास, छतों से टपकते पानी के बीच सफर करने को मजबूर हैं पैसेंजर्स

-हर दिन अधिकारियों को मिल रही शिकायतें, ट्रोल फ्री नंबर पर भी कम्प्लेन की भरमार

रोडवेज बस से सफर करने की तैयारी में हैं, वह भी नॉन एसी बस से तो अपने साथ छाता या फिर बारिश से बचने के इंतजाम वाले सभी सामान साथ में रख लीजिएगा। क्योंकि नॉन एसी बस में सफर करने के दौरान बारिश की बौछारें आपको भिगो सकती हैं। जी हां, रोडवेज बनारस डिविजन की अधिकतर बसों की खिड़कियों से शीशा नदारद है तो किसी-किसी बसों के छत भी टपक रही है। सबसे अधिक खराब हालत तो सिटी बसों की है। आठ साल से अधिक समय की इन जर्जर बसों में जगह-जगह से आ रही पानी की बौछारें यात्रियों को भिंगो रही हैं। मिर्जापुर, विंध्यनगर, चंदौली सहित शक्तिनगर डिपो की अधिकतर बसें भी जर्जर कंडीशन में है। इन बसों के चालक-परिचालकों ने बसों की दशा सुधारने के लिए अधिकारियों से कई बार गुहार भी लगाई है।

अधिकारियों से कर रहे कम्प्लेन

आजमगढ़ से कैंट बस स्टेशन पहुंचे यात्री अम्बरीश सिंह, सुधाकर और प्रियंका सिंह ने बस की दुर्दशा पर आरएम को कम्प्लेन लेटर सौंपा है। बारिश की बौछार से भींगे यात्रियों ने बस में खिड़कियों पर शीशा व छत की मरम्मत की मांग की है ताकि अन्य यात्रियों को असुविधाएं न हो। ऐसे यात्रियों की आनलाइन कम्प्लेन सबसे अधिक आ रही है। पूछताछ काउंटर पर यात्रियों का हंगामा भी हो रहा।

वर्कशॉप में मेंटेन हो रही बसें

बारिश को देखते हुए रोडवेज क्षेत्रीय प्रबंधक ने सभी बसों को दुरूस्त रखने का निर्देश दिया है। एआरएम से लेकर फोरमैन तक को लेटर जारी कर बसों की कंडीशन चेक करने को निर्देशित किया है। बसों की खिड़कियों में शीशे है या नहीं, बसों की छत और फर्श की क्या स्थिति है, सीट फिट है या नहीं आदि बिंदुओं की जांच कर उन्हें दुरूस्त कराने पर जोर दिया है। वहीं ऐसी एक दर्जन बसों को वर्कशॉप में दुरूस्त किया जा रहा है।

बारिश के मौसम में रोडवेज का सफर आसान नहीं है, जगह-जगह से पानी की बौछारें तन बदन को भिगों रही हैं।

हिमांशु मिश्रा, पैसेंजर

आजमगढ़ से बनारस आने में पूरी तरह से भींग गया। बसों की खिड़कियों में शीशे नहीं हैं, छत से पानी टपक रहा है।

अभिषेक चौबे, पैसेंजर

बसों की हालत बहुत जर्जर है। बारिश में तो बिल्कुल भी सफर करने लायक नहीं है। इसकी कम्प्लेन ट्रोल फ्री नंबर पर की गई है।

कन्हैया गुप्ता, पैसेंजर

बारिश में बसों की रिपेयरिंग कराई गई है। खिड़कियों पर शीशे लगवाए गए है, चालक-परिचालक को निर्देश है कि बस में कुछ भी खराबी होने पर तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।

केके शर्मा, आरएम

रोडवेज बनारस डिवीजन