- सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाने के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के साथ कर रहे 2िालवाड़

BAREILLY:

नेशनलाइज रूट्स पर इन दिनों प्राइवेट बस संचालकों की दादागिरी चल रही हैं। स्टेज कैरिज यानि लोकल रूट्स का परमिट लेकर बसें नेशनल रूट्स पर फर्राटा 5ार रही हैं। वहीं कॉन्ट्रै1ट कैरिज और टूरिस्ट परमिट वाले नियम को ताक पर र2ा बीच राह में सवारियां उठा रहे हैं। इनकी दबंगई इस कदर है कि शहर में ही आधा दर्जन से अधिक जगहों पर अवैध बस अड्डा बना लिया हैं। जहां से बसों का संचालन दिल्ली, जयपुर जैसे नेशनल रूट्स पर किए जा रहे हैं। इससे न सिर्फ सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है बल्कि, यात्रियों की सुरक्षा, रोड ए1सीडेंट्स और ट्रैफिक जाम की 5ाी समस्या उत्पन्न हो गई है।

यात्रियों का बीमा नहीं

इन बसों से सरकार को राजस्व का नुकसान उठाना तो पड़ ही रहा है, साथ ही बसों से सफर करने वाले यात्रियों को 5ाी अधिक किराया चुकता करना पड़ रहा हैं। सूत्रों की मानें तो बरेली सहित पूरे प्रदेश में ऐसे प्राइवेट वाहनों की सं2या 26 हजार से 5ाी अधिक हैं। जो कि सरकार को हर वर्ष 300 करोड़ रुपए टै1स चोरी कर चुना लगा रहें है। वहीं इन बसों की डग्गामारी के कारण बरेली रोडवेज को रोजाना 10 ला2ा रुपए की चपत लग रही है। यात्रियों को 5ाी अधिक किराया देकर सफर करना पड़ रहा है। यदि, कोई हादसा हो जाता है तो इन बसों में बीमा की 5ाी सुविधा नहीं हैं।

420 बसें हैं प्राइवेट

आरटीओ से रजिस्टर्ड प्राइवेट वाहनों की सं2या 420 हैं। जोकि 5ाुता रोड पर 70, सिरौली रोड पर 50 और जयपुर रोड पर 20 सहित अन्य रूट्स पर चल रही हैं। जयपुर नेशनलाइज रूट्स पर ज्यादातर बसें टूरिस्ट परमिट पर सवारियों को ढोने का काम कर रही हैं। जबकि, यह परमिट टूरिस्ट प्लेस व धार्मिक स्थल पर जाने-आने के लिए जारी किया जाता हैं। वहीं कॉन्ट्रै1ट कैरेज परमिट लेने वाले बस संचालक बीच राह सवारियां उठा रहे हैं। एक स्टॉपेज से दूसरे स्टॉपेज तक ही बसों को चलाने और रोकने का नियम हैं। फिर 5ाी ऐसा नहीं हो रहा है। बरेली से जयपुर जाने वाली अधिकतर प्राइवेट बसें रोड पर कहीं 5ाी बस 2ाड़ी कर सवारियों को चढ़ा और उतार रहे हैं।

नेशनलाइज रूट्स पर बसों का संचालन

स्टेज कैरेज परमिट पर बसें अवैध रूप से श्यामगंज चौराहे से दिल्ली, जयपुर, आगरा, शाहजहांपुर, हल्द्वानी, रामपुर, पीली5ाीत जैसे नेशनल रूट्स पर चल रही हैं। सिर्फ जयपुर और दिल्ली रूट्स पर ही 20 प्राइवेट बसों का संचालन गलत ढंग से हो रहा हैं। नेशनल रूट्स पर बसों का संचालन श्यामगंज से ही नहीं बल्कि, नरियावल, 1योंलडि़यां, बीसलपुर, साही, शीशगढ़ से 5ाी धड़ल्ले से किया जा रहा हैं।

बना दिया अवैध बस अड्डा

श्यामगंज, सेटेलाइट, ईसाइयों की पुलिया, नगर निगम के सामने, बदायूं रोड और चौपुला कई जगह बना र2ो हैं अवैध बस अड्डा।

परमिट का नियम

1- कॉन्ट्रै1ट कैरेज - इस परमिट में वाहन बुकिंग से जाते हैं। बीच राह सवारियों को उतार और चढ़ा नहीं सकते हैं।

2- स्टेज कैरेज - यह परमिट लोकल रूट्स के लिए जारी किए जाते हैं। स्टॉपेज टू स्टॉपेज सवारियां उठा सकते हैं। नेशनलाइज रूट पर नहीं चला सकते हैं।

3- टूरिस्ट परमिट - किसी टूरिस्ट प्लेस व धार्मिक स्थल पर जाने वाले वाहनों को यह परमिट जारी किए जाते हैं.

बॉ1स

- 420 प्राइवेट बसों की सं2या।

- कॉन्ट्रै1ट और स्टेज कैरेज परमिट जारी होता है।

- नेशनल रूट्स पर 5ाी बीच-बीच में सवारियां उठाने का चलता है 2ोल।

- रोडवेज कार्रवाई के लिए आरटीओ और प्रशासन को लि2ा चुका है लेटर।

- फोटो ग्रा3स और वीडियो 1िलपिंग 5ाी मुहैया कराया है।

- 10 ला2ा रोडवेज को रोजाना का नुकसान।

- रोड पर ट्रैफिक जाम और ए1सीडेंट्स का 2ातरा।

- प्राइवेट बसों में यात्रियों का बीमा नहीं होता है।

बसें अपने निर्धारित परमिट के हिसाब से नहीं चल रही है इस बात की शिकायत मिली है। परमिट की शर्तो को पूरा नहीं करने वाले वाहन ओनर्स पर कार्रवाई की जाएगी। जो 5ाी रजिस्टर्ड बसें हैं उनकी लिस्ट रूट्स और परमिट के आधार पर तैयार की जा रही है। जिसके बाद इंफोर्समेंट टीम कार्रवाई करेगी। बरेली में 420 रजिस्टर्ड बसें हैं।

आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन, आरटीओ

अवैध तरीके से चल रहे प्राइवेट बसों के चलते रोडवेज को रोजाना 10 ला2ा रुपए से अधिक का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस संबंध में आरटीओ, एडमिनिस्ट्रेशन और ट्रैफिक पुलिस को कार्रवाई के लिए कहां गया है। सबूत के लिए बसों की फोटोग्राफी 5ाी कराकर प्रोवाइड करायी गई है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है।

नीरज अग्रवाल, एआरएम प्रशासन, रोडवेज