300 एक्स्ट्रा बसें चलाई गईं

यूपीएसआरटीसी गोरखपुर रीजन के आरएम अतुल जैन ने बताया कि 300 एक्स्ट्रा बसे चलाई गई हैं। ये बसें गोरखपुर और राप्तीनगर डिपो के अलावा अलग-अलग स्टापेज से चलाई जा रही हैं। जरूरत पडऩे पर और भी बसें चलाई जाएंगी। रोडवेज कर्मियों की भी तैनाती की गई है, जो निर्धारित स्टापेज से यात्रियों को प्रॉपर गाइड करेंगे।

क्या है मौनी अमावस्या की विशेषता

पंडित शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन सूर्य और चंद्रमा गोचरवश मकर राशि में आते हैं। इसलिए यह दिन एक संपूर्ण शक्ति से भरा हुआ और पावन अवसर बन जाता है। शास्त्र की मानें तो इस दिन मनु ऋषि का जन्म भी माना जाता है, इसलिए इस अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। मौनी अमावस्या पर व्यक्ति विशेष को मौन व्रत रखने का भी विधान है। उन्होंने बताया कि चूंकि माघ मास की अमावस्या तिथि और पूर्णिमा तिथि दोनों का ही महत्व इस मास में होता है। इस मास में यह दो तिथियां पर्व के समान मानी जाती है। समुद्र मंथन के समय देवताओं और असुरों के बीच संघर्ष में जहां-जहां अमृत गिरा था उन स्थानों पर स्नान करना पुण्य कर्म माना जाता है।