- आज से चौथे चरण की वोटिंग के लिए नॉमिनेशन शुरू, कानपुर, अकबरपुर लोकसभा सीट भी है इसमें शामिल

-नॉमिनेशन से पहले शुरू हुआ सोशल मीडिया पर 'वॉर', सभी पॉलिटिकल पार्टियों के आईटी डिपार्टमेंट एक्टिव

-इस बार 'रोस्ट' फोटोज और वीडियो का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं पॉलिटिकल पार्टीज के आईटी सेल मेंबर्स

>kanpur : लोकसभा चुनाव के आगाज से शुरू हुआ पॉलिटिकल पार्टियों का सोशल 'वॉर' अब पूरे चरम पर आ रहा है. सोशल मीडिया पर पॉलिटिकल पार्टियों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का अनोखा अंदाज खोजना और उस पर काम शुरू कर दिया है. बदलते समय के साथ इस बार उन्होंने अपनी इस फाइट को कुछ इंट्रेस्टिंग बनाने के लिए 'रोस्ट' का सहारा लिया है. जी हां, अब आप सोच रहे होंगे कि सोशल मीडिया में 'रोस्ट' का मतलब क्या है? तो हम बता दें कि रोस्ट का सीधा मतलब है, आपके किसी फोटो या वीडियो पर ऐसा हास्य व्यंग अंदाज में कॉपी-पेस्ट किया जाए कि वो पढ़ने, सुनने या देखने वाले इसे बड़े ही इंट्रेस्टिंग अंदाज में एंज्वाॅय करें.

इस तरह कर रहे अट्रैक्ट

साइबर एक्सपर्ट वीके सिंह बताते हैं कि आजकल सभी के पास एन्ड्रॉयड मोबाइल हैं. इन मोबाइल्स पर फेसबुक, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम और कई ऐसे ही माध्यम हैं, जिन पर आप अपनी बात लाखों करोड़ों लोगों के सामने रख सकते हैं. अब सवाल यह उठता है कि आखिर लोग आपकी बात को क्यों सुनें या देखें? इस खास काम के लिए सभी पार्टियों ने अपने आईटी डिपार्टमेंट के कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है, जो विरोधी दलों की फोटोज या वीडियोज को चुन कर उन्हें बड़े ही इंट्रेस्टिंग तरीके से एडिट कर वोटर्स को अट्रैक्ट करने का काम कर रहे हैं. खास बात यह है कि वोटर्स इन फोटोज और वीडियो को देख कर एंज्वॉय करने के बाद धड़ल्ले से एक दूसरे को शेयर भी कर रहे हैं.

एक दूसरे की कर रहे खिचाई

जहां इन रोस्ट फोटोज और वीडियोज को देख कर कुछ हंसी आती है, तो दूसरी तरफ पार्टियों के आईटी डिपार्टमेंट ने बड़ी ही चालाकी से अपने विरोधियों की खामियों को भी मिर्च मसाला लगाकर कहने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. सभी चुनावी मुद्दों से रिलेटेड आपको तमाम रोस्ट फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर दिख जाएंगे.

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इस बार सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग की 'विशेष नजर' है. पॉलिटिकल पार्टीज की सोशल मीडिया विंग के हर मेंबर के एकाउंट पर पार्टीज की हर पोस्ट पर निगाह रखी जा रहा है.

-विजय विश्वास पंत, जिला निर्वाचन अधिकारी, कानपुर नगर

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क्या है 'रोस्ट'

सोशल मीडिया की भाषा में रोस्ट का मतलब है किसी भी व्यक्ति विशेष के वीडियोज या फोटोज को एडिट कर उन पर हास्य व्यंग्य करना. जरूरी नहीं है कि फोटो पर एडिट के माध्यम से जो कहा गया है वो सच ही हो. इसके लिए रीडर्स को अपने विवेक का ही इस्तेमाल करना होगा.