एसएसपी पहुंचे मौके पर

थाना न्यू आगरा दयालबाग के सरलाबाग में डकैती की सूचना पर एसएसपी शलभ माथुर और थाने का फोर्स मौके पर पहुंच गया। रिटायर डीआरएम सुधीर कुमार गोयल ने बताया कि बेटा अमित कुमार गोयल खंदारी में रहता है। इनकी इंडस्ट्रियल एरिया में स्टील फैक्ट्री है। घर में पत्नी के साथ अकेले ही रहते हैं। रात को नौकर और नौकरानी भी हैं। मंडे मॉर्निंग पांच बजे छह बदमाश घर में घुस आए। दो बदमाशों ने पिस्टल कनपटी पर लगा दीं।

चार लोगों ने खंगाला घर

सभी बदमाश हथियारों से लैस थे। चारों ने अलमारी में रखे तीन लाख रुपए कैश और लाखों की ज्वैलरी निकाल ली। बदमाशों ने उनके मुंह में पिस्टल घुसा दी। धमकी देकर कहा कि हमारे जाने के बाद शोर मचाया अंजाम बहुत बुरा होगा। दंपति की सफेद कलर की वैगनआर कार को ले गए। जो सरलाबाग से एक  किमी दूर एटीएम मशीन के पास खड़ी मिली।

मोबाइल की सिम ले गए बदमाश

लूट के दौरान बदमाश दंपति के मोबाइल के सिम निकालकर ले गए। ताकि दंपति बदमाशों के  जाने बाद पुलिस को काल न कर सकें ।

प्रमुख सचिव को दी जानकारी

दोपहर के बाद बेटे अमित कुमार ने पिता के पास कॉल किया। सुधीर गोयल डरे हुए थे। उन्होंने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। बेटे ने भी तत्काल प्रभाव से मामा प्रमुख सचिव अनिल कुमार गुप्ता को दी। उनके आदेश पर ही पुलिस आनन-फानन मौके पर पहुंची।

नौकरों से पुलिस कर रही पूछताछ

घर में पति-पत्नी के अलावा एक 16 साल का नौकर भी रहता है। जो काफी टाइम से नौकरी कर रहा है। दिन में एक नौकरानी आती है। जो खाना बनाकर चली जाती है। संडे रात को वह घर में ही रह गई थी। बदमाशों ने इनको भी बंधक बना लिया। सीओ हरीपर्वत ने नौकर-नौकरानी से भी अलग से पूछताछ की है।

इन सवालों में उलझी पुलिस

दंपति वृद्ध हैं। वह सर्दी के टाइम सुबह पांच बजे घर खोलकर बैठे थे, पुलिस को यह बात  हजम नहीं हो रही। ऐसी क्या जरूरत थी।

घटना गार्ड के जाने बाद की है.  क्या इसमें गार्ड की मिलीभगत है।

बदमाशों को सिम निकालने की क्या जरूरत थी, वो चाहते तो पूरा मोबाइल ही ले जाते।

जब उन्हे कार छोड़कर ही जानी थी, तो लेकर ही क्यों गए.  महज पांच सौ मीटर ही दूर ही क्यों छोड़कर गए।

दंपति प्रमुख सचिव  के रिश्तेदार हैं.  उन्होंने घटना को 10-12 घंटे तक क्यों छिपाया।

संडे को इस थाना एरिया में प्रमुख सचिव की पत्नी के जाम में फंसने के कारण चार पुलिसकर्मी संस्पेंड हो गए।

उसी थाना एरिया में महज बीस घंटे के अंदर प्रमुख सचिव के रिश्तेदार के यहां डकैती पडऩा लोगों को सोचने पर विवश कर रहा है।

25 से 35 के बीच थे बदमाश

सभी छह बदमाश 25 से 35 साल की उम्र के थे। किसी ने भी वारदात को अंजाम देने के टाइम नाम से नहीं बुलाया। इशारों से ही बात कर रहे थे। हुलिए से बदमाश शहरी दिख रहे थे। उनमें से चार बदमाश जीन्स पहने हुए थे। सभी पर पिस्टलें थी।

पुलिस की सुस्ती का उठाया फायदा

रात में तो पुलिस की गश्त सड़कों पर होती है लेकिन सुबह होते ही पुलिस सिटी में कहीं दिखाई नहीं देती। इसी बात का फायदा पुलिस ने उठाया.ज्यादातर वारदातें सुबह भोर के टाइम ही हो रही हैैं। मंगलम स्टेट के पीछे यमुना में होकर बदमाश आसानी से निकल जाते हैं।

खुद बताया छोड़ देंगे कार

बदमाशों ने सफेद वैगनऑर को वारदात के बाद इस्तेमाल की। वह कह कर गए थे कि शोर मचाने की कोशिश की तो पूरी फैमली को जान से मार देंगे। तुम्हारी कार को थोड़ी दूर पर छोड़ जाएगे। वहां से दस बजे के बाद मंगा लेना.