-सैटेलाइट चौक से नरियावल तक दिया वारदात को अंजाम

-वैगनऑर कार सवारों ने दिया वारदात को अंजाम

BAREILLY: सेटेलाइट चौक पर ईद पर घर लौट रहे शख्स से पहले दो कार सवारों ने शाहजहांपुर जाने का रास्ता पूछा। शख्स ने भी कार सवारों को रास्ता बता दिया लेकिन उसके बाद कार सवारों ने धन्यवाद बोलकर उसे लिफ्ट दे दी। उसे कार में 4 किलोमीटर तक का सफर भी कराया और चेकिंग के बहाने उसका बैग लेकर फरार हो गए। बैग में 32,200 रुपए थे। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और नकटिया चौकी से सीसीटीवी फुटेज भी निकाली है, लेकिन कार का नंबर नहीं मिल सका है।

शाहजहांपुर का पूछा था रास्ता

मेहतरपुर करोड़, बिथरी चैनपुर निवासी दिलवर, सैय्यदपुर कॉलोनी जयपुर राजस्थान में सिलाई का काम करता है। ईद पर वह राजस्थान से घर आया था। वह मंडे को राजस्थान से प्राइवेट बस में बैठा था। ट्यूजडे सुबह करीब 5 बजे वह सैटेलाइट बस अड्डे के पास बस से उतरा और घर जाने के लिए ऑटो का इंतजार करने लगा। इसी दौरान उसके पास आकर एक व्हाइट कलर की वैगनऑर कार रुकी। कार में दो युवक सवार थे। युवकों ने उससे पूछा कि उन्हें शाहजहांपुर जाना है। शाहजहांपुर जाने वाली रोड कौन सी है। इस पर उसने सीधे जा रहे रास्ते के बारे में बता दिया।

वजीफे का पैसा बताया अपने पास

दिलवर के मुताबिक रास्ता बताने पर युवकों ने उसे धन्यवाद कहा। उसके बाद युवकों ने पूछा कि वह कहां जा रहा है। उसने बताया कि वह पास में ही नरियावल तक जाएगा। युवकों ने कहा कि वह गाड़ी में बैठ जाएं। वह उसे रास्ते में उतार देंगे। वह उनके साथ कार में बैठ गया। जैसे ही कार ट्रांसपोर्ट नगर के आगे पहुंची तभी युवकों ने कहा कि उनके पास शिक्षा विभाग के वजीफे के पैसे हैं। उसके पास पैसे हों तो बता दें, पास में ऑफिस में बैग चेक कराना है। वह अपने पैसे पहले ही चेक करा चुके हैं। युवकों ने उसे अपना एक बैग पकड़ा दिया और उसका बैग लेकर वहां से चले गए। उसके बैग में 32,200 रुपए थे।

सीसीटीवी में दिखी कार

युवकों ने उससे दो मिनट में वापस आने की बात कही थी। जब काफी देर बाद भी युवक वापस नहीं आए तो उसे शक हुआ। उसके बाद उसने यूपी 100 को सूचना दी। सूचना पर पहुंची यूपी 100 ने कैंट पुलिस को जानकारी दी। कैंट थाना प्रभारी धर्मेद्र गुप्ता टीम के साथ पहुंचे और पूछताछ की। वायरलेस से कार की चेकिंग के भी निर्देश दिए गए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। पुलिस ने नकटिया चौकी की सीसीटीवी फुटेज देखी तो सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर वैगनऑर कार निकलती नजर आयी है लेकिन नंबर साफ नहीं दिखा है।

एक बार बच चुका है

पुलिस ने जब दिलवर से पूछताछ शुरू की तो उसे भी अपनी गलती का अहसास हुआ, क्योंकि उसे युवकों पर बिल्कुल भी शक नहीं हुआ था। उसे लगा कि ऑटो के इंतजार की बजाय वह कार से जल्दी घर पहुंच जाएगा। इससे पहले भी वह एक बार ठगों के चंगुल से बच चुका है। उस वक्त चौकी चौराहा के पास उससे वारदात होने वाली थी, लेकिन शक होने पर उसने फोन पर बात करनी शुरू कर दी थी और जयहिंद बोल दिया था, जिससे ठग पुलिसकर्मी से बात करना समझकर गायब हो गए थे, लेकिन इस बार वह फंस गया।

भाई भी हो चुका ठगी का शिकार

पुलिस पूछताछ में दिलवर ने बताया कि उसका भाई भी साइबर ठगों का शिकार हो चुका है। उसके भाई के पास कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर 1 करोड़ की लॉटरी जीतने का फोन आया था। लॉटरी की रकम लेने के लिए उससे पहले 7 हजार रुपए जमा कराए गए थे और उसके बाद धीरे-धीरे 50 हजार रुपए तक की ठगी कर ली गई थी।