-एडीजी जोन ने ऐसे ज्वैलर्स की हिस्ट्रीशीट खोलने के दिए निर्देश

-बरेली के कई ज्वैलर्स लूट व चोरी का सोना खरीदने में पकड़े जा चुके हैं

BAREILLY: ज्वैलर्स के साथ लूट करने वाले बदमाशों की कहीं न कहीं ज्वैलर्स ही मदद करते हैं। क्योंकि वे ज्वैलर्स से लूटा हुआ माल कम दाम में बदमाशों से खरीद लेते हैं। यदि ज्वैलर्स लूटा हुआ माल न खरीदें तो शायद बदमाश ज्वैलरी लूटने की हिम्मत न करें। बरेली के कई ज्वैलर्स लूट का माल खरीदने में पकड़े भी जा चुके हैं। एडीजी जोन ब्रज राज मीणा ने लूट का माल खरीदने वाले ज्वैलर्स की हिस्ट्रीशीट खोलने के निर्देश दिए हैं।

केस 1-फतेहगंज पश्चिमी में ढाई करोड़ की लूट में भी बरेली के दो ज्वैलर सचिन रस्तोगी और विरेंद्र ने 1 किलो 800 ग्राम सोने के बिस्किट खरीदने में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया

केस 2-शाही और सुभाषनगर लूट में पुलिस ने हसीन गैंग से लूट का माल खरीदने वाले ज्वैलर प्रदीप जाधव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था ।

केस 3 -सीबीगंज में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों से शेरगढ़ के ज्वैलर राजकुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

बाहर की पुलिस भी मार चुकी हैं छापा

ये तीन केस पिछले दो महीने में ही सामने आए हैं। अक्सर लूट की मामलों में माल खरीदने में ज्वैलर पकड़े जा चुके हैं। बरेली में अक्सर ज्वैलर्स का नाम लूट का सोना खरीदने में सामने आ चुका है। मुंबई, झारखंड, दिल्ली के अलावा कई राज्यों की पुलिस ने ज्वैलर्स के यहां छापा मारा है। ऐसे में, साफ है इस तरह के ज्वैलर्स पर लगाम पुलिस के साथ-साथ ज्वैलर्स एसोसिएशन भी लगा सकती है।

मनोज की तलाश में क्राइम ब्रांच

ढाई करोड़ की लूट में पुलिस ने माल बरामदगी कर 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन अभी मास्टरमाइंड समेत 3 बदमाश फरार चल रहे हैं। मास्टरमाइंड मनोज की गिरफ्तारी के बाद ही प्लानिंग का खुलासा हो सकेगा। पुलिस किला स्थित सहगल होटल में भी पूछताछ कर रही है कि होटल में बदमाश किसकी आईडी पर रुके थे। अभी तक की जांच में आया है कि प्रदीप, सोनू और शत्रुघ्न फर्जी आईडी पर होटल में रुके थे। 5 जून की रात में एक प्रदीप कुमार की आईडी लगी है और बदमाश का नाम प्रदीप कोहली है। जिस प्रदीप की आईडी लगी है, उसका वैरिफिकेशन हो चुका है और वह सही होटल में रुका था।

हल्द्वानी और नैनीताल में बेचते लूट का माल

वहीं क्राइम ब्रांच की जांच में आया है कि बदमाश पिथौरागढ़ में प्रदीप कोहली की आईडी पर होटल में रुके थे। बदमाश लूट का बचा हुआ माल हल्द्वानी, नैनीताल व अन्य जगहों पर बेच देते, लेकिन इससे पहले ही आपस में फूट पड़ने से सभी क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गए। एसटीएफ भी सर्विलांस की मदद से क्राइम ब्रांच के पहुंचने के 5 मिनट बाद ही मौके पर पहुंच गई थी। क्राइम ब्रांच को कुछ सोना कार से मिल गया था और बचा हुआ सोनू के घर से मिल गया था।