बेखौफ बदमाश
रात के एक बज रहे थे. हर कोई अपने घर में चैन से सो रहा था. लेकिन कुछ लोग थे जिन्हे इस खास पल का इंतजार था. ताकि वह अपने नापाक इरादों को अंजाम दे सकें. चेहरे को छिपाने के लिए सभी ने नकाब लगा रखे थे. सूचना सटीक मिली थी. प्रापर्टी का 11 लाख रुपए घर में मिलने की उम्मीद थी.  उसकी चाहत में अपने नापाक इरादों के साथ पहुंचे बदमाशों ने झूंसी में जमकर तांडव किया. जो भी मिला उसे लाठी डंडे से पीटते चले गए और लाखों की ज्वैलरी लूट कर भाग निकले. इस सनसनीखेज घटना की जानकारी मिलते के बाद एसएसपी भी जांच के लिए मौके पर पहुंचे...

11 लाख पर थी नजर
जोखू लाल झूंसी के नारायण दास का पूरा एरिया में रहते हैं. उन्होंने अपना एक दूसरा मकान बनवाया है. जिसके गृह प्रवेश की तैयारी चल रही है. 10 नवंबर को डेट तय हुई है. जोखू लाल ने घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए दीपावली पर अपना एक छोटा सा प्रापर्टी का हिस्सा बेचा था. जिस पर उन्हें 11 लाख रुपए मिले थे. 11 लाख रुपए मिलने की बात झूंसी में फैल गई थी. पैसे पर बदमाशों की नजरें भी टिक गई थीं.

रात के एक बजे पहुंचे
थर्सडे नाइट सीनियर सिटिजन जोखू लाल अपनी फैमिली मेम्बर्स के साथ घर में सो रहे थे. उनकी वाइफ कार्ड बांटने अपने रिलेटिव के यहां गई थी. नाइट में वह अपने बेटे विशाल के साथ बाहर वाले रूम में सो रहे थे. अंदर वाले रूम में छोटे बेटे पवन अपनी वाइफ ज्ञानवती और दो पोते सो रहे थे. करीब रात के एक बजे पांच-छह बदमाश घर पर पहुंचे. उन्होंने अपना चेहरा छिपाने के लिए रुमाल और गमछा बांध रखा था. सभी के हाथों में लाठी, डंडा और लोहे की सरिया थी.

पीटते चले गए
बदमाशों ने वहां पहुंचते ही जोखू लाल और उसके बेटे विशाल पर हमला कर दिया. उन्हें पीट पीट अधमरा कर दिया. अपने पिता और भाई की आवाज सुनकर पवन बाहर निकला तो बदमाशों ने उसे भी बंधक बना लिया और उसे भी मारना पीटना शुरू कर दिया. फिर अंदर पवन की वाइफ ज्ञानवती पर भी हमला कर दिया. ज्ञानवती के कमरे में रखा 15 हजार रुपए और लाखों की ज्वैलरी उड़ा दिए.

किसी को नहीं छोड़ा
बदमाशों का तांडव सुनकर विशाल की चाची बगल वाले घर से बाहर निकली. चाची समीरी के साथ उनकी बेटी मंजू भी थी. बदमाशों ने दोनों को देखते ही पीटना शुरू कर दिया. लाठी डंडे से उन पर भी हमला कर दिया. इस तरह जो भी चीख और हल्ला सुनकर बदमाशों के सामने आया, वह लहुलूहान होता चला गया. बदमाशों ने जमकर तांडव करते हुए लाखों का माल साफ कर दिया.

जांच करने पहुंची पुलिस
रात में शोर मचने के बाद गांव वाले जमा हो गए. उन्होंने सबको जख्मी हालत में हॉस्पिटल पहुंचाया. फ्राइडे मार्निंग जांच के लिए वहां पुलिस पहुंची. एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव भी फोरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वाड के साथ पहुंच गए.  वहां का जायजा लिया. पुलिस को पूरी उम्मीद है कि बदमाश लोकल थे. उन्हें इस बात की जानकारी थी कि जोखू लाल ने अपना पैसा घर में रखा था. जबकि जोखू लाल के घर वालों की माने तो पैसा उन्होंने बैंक में रखा था. बाकी पैसे का मकान बनवा दिया था.

बच गये लाखों रुपए
जोखू लाल ने अपने अंदर वाले कमरे में आलमीरा में बंद करके 1 लाख 85 हजार रुपए रखे थे. बदमाशों से पैसे बचाने के लिए जोखू लाल की फैमिली उनसे लडऩे लगी थी. मार खाने के बाद भी वे चिल्ला चिल्लाकर शोर मचा रहे थे. जिससे आसपास के पड़ोसी जग गए. स्थानीय लोगों को आते देख बदमाश वहां से भाग निकले.  इस तरह बदमाश वहां तक नहीं पहुंच सके जहां लाखों रुपए रखे थे.