-अलीगंज स्थित एचडीएफसी बैंक से हथियारबंद बाइक सवार बदमाशों ने की वारदात

-रकम जमा करने बैंक पहुंचा था कैशियर

-बैग में थे 10.20 लाख रुपये, करीबी पर शक

LUCKNOW:

राजधानी में अपराध कम होने का दावा कर रही पुलिस एक तरफ आंकड़ेबाजी में उलझी है, वहीं दूसरी बेखौफ बदमाश दिनदहाड़े वारदात को अंजाम देकर पुलिसिया आंकड़ों की हवा निकाल रहे हैं। ऐसा ही एक सनसनीखेज वारदात हुई अलीगंज के नेहरू वाटिका स्थित एचडीएफसी बैंक के सामने। दो हथियारबंद बदमाशों ने बैंक में रकम जमा कराने पहुंचे एक कैशियर का 10.20 लाख रुपयों से भरा बैग लूट लिया और बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों की शिनाख्त करने की कोशिश की। पर, कोई सफलता न मिल सकी। अब पुलिस घटना के जल्द खुलासे का दावा कर रही है।

कार से उतरते ही आ धमके बदमाश

महानगर के गोलमार्केट निवासी कृष्णजीवन रस्तोगी की केशवनगर, मडि़यांव में ओम एजेंसीज नाम से आईटीसी प्रोडक्ट की डिस्ट्रीब्यूटरशिप है। कृष्ण जीवन के मुताबिक, वह सुबह 10 बजे अलीगंज के नेहरू बाल वाटिका के सामने स्थित एचडीएफसी बैंक में कैश जमा कराने पहुंचे थे। उनके पहुंचने के 10 मिनट बाद ठीक 10.10 बजे उनका कैशियर माल निवासी विजय शंकर द्विवेदी और ड्राइवर सुशील शुक्ला दूसरी कार से बैंक पहुंचे। कार से उतरकर विजयशंकर ने एक बैग हाथ में टांगा जबकि, दूसरा सुशील ने। इसके बाद वे बैंक की ओर चल पड़े। सुशील बैंक के चैनल गेट तक पहुंच गया लेकिन, विजय शंकर उससे चार कदम पीछे रह गए। इसी बीच अचानक हेलमेट पहने एक युवक उनकी ओर आ धमका।

पीछा किया लेकिन बदमाश फरार

विजय को उसकी भनक लग पाती, इससे पहले ही बदमाश उनके हाथ से बैग छीनने लगा। विजय ने उसका विरोध किया तो बदमाश ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और बैग छीनकर रोड की ओर भाग निकला। विजय और गेट पर मौजूद निहत्था गार्ड अनूप कुमार भी बदमाश के पीछे शोर मचाते भागे। इसी बीच बदमाश रोड पर पहले से खड़े साथी बदमाश की अपाचे बाइक पर सवार हो गया। बैग छीनने वाले बदमाश ने पीछा कर रहे गार्ड अनूप और विजय शंकर को रिवॉल्वर दिखाते हुए गोली मारने की धमकी भी दी। यह देख उनके कदम वहीं ठिठक गए और बदमाश बाइक से निरालानगर की ओर भाग निकले।

इलाकों में वाहन चेकिंग नतीजा जीरो

बदमाशों के फरार होने के बाद विजय शंकर भागकर बैंक के भीतर पहुंचा और मालिक कृष्ण जीवन रस्तोगी को घटना की जानकारी दी। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। दिनदहाड़े बैंक गेट के सामने लूट की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसओ अलीगंज जयशंकर सिंह हमराह फोर्स के साथ आनन-फानन मौके पर पहुंचे। विजय शंकर ने उन्हें बताया कि लूटे गए बैग में 10.20 लाख रुपये थे। इतनी बड़ी रकम की लूट की सूचना मिलने पर आईजी जयनारायण सिंह, एसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार, एएसपी डॉ। मीनाक्षी कात्यायन भी मौके पर पहुंची। आनन-फानन आसपास के इलाकों में वाहन चेकिंग शुरू कराई गई लेकिन, बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला।

सीसीटीवी से नहीं मिला सुराग

अधिकारियों ने बैंक की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। फुटेज में एक बदमाश और विजय शंकर के बीच हुई छीनाझपटी तो कैद हो गई लेकिन, बदमाश के हेलमेट लगाए होने की वजह से पहचान न हो सकी। अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज में कैद बदमाश की कद-काठी के जरिए उसकी शिनाख्त की कोशिश में जुटी है।

आईजी लौट गए तब पहुंचे एसएसपी

दिनदहाड़े लूट की वारदात की जानकारी मिलने पर आईजी जय नारायण सिंह कुछ ही देर में मौके पर पहुंचे और भुक्तभोगी व मौजूद अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने मातहतों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिये। इसके बाद आईजी सिंह वापस लौट गए। पर, एसएसपी दीपक कुमार को मौके पर पहुंचे में काफी वक्त लग गया। वे घटना के करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे और बैंक के बाहर से ही मुआयना कर बिना भुक्तभोगी से मुलाकात किये वापस लौट गए।

जिस तरह से बदमाशों ने विजय शंकर को अपना शिकार बनाया, उससे साफ पता चलता है कि उन्हें विजय शंकर के बारे में पूरी जानकारी पहले से थी। लूट की मॉडस ऑपरेंडी देखकर आशंका है कि बदमाशों को किसी करीबी ने जानकारी दी। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।

हरेंद्र कुमार, एसपी टीजी