सिर्फ दो ने पूरा किया टास्क

यूआईईटी के इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर व रोबो थ्रिस्ट के जोनल कोऑर्डिनेटर आनंद कुमार ने बताया कि ट्यूजडे को हुए रोबो कॉम्पटीशन में 12 टीमों को कसौटी पर कसा गया। एक्सपर्ट मयंक त्यागी व शरद अहलावत ने टीमों को जो चैलेंज दिए, 10 टीमों के रोबोट उन्हें पूरा नहीं कर पाए। टॉप थ्री टीम को मार्च में आईआईटी दिल्ली में होने वाले रोबो थ्रिस्ट कॉम्पटीशन में भाग लेने को मौका दिया जाना था लेकिन दो ही टीमें क्वालीफाई कर पायीं।

अगला मिशन दिल्ली फतह

विनिंग टीम एसक्यू के रोबोट ने टास्क को बड़ी ही आसानी से पार कर लिया। जैसे ही रोबोट अपनी मंजिल पर पहुंचा, पूरी टीम ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। टीम के स्टूडेंट नेहा व शिखा ने बताया कि उनके रोबोट में एवीआर माइक्रो कंट्रोलर, डीसी मोटर व्हील और दो सेंसर लगे हैं। सेंसर ब्लैक कलर को सेंस करके उसी लाइन पर चलने का डायरेक्शन रोबोट को देता है। स्टूडेंट्स का कहना है कि अगला मिशन दिल्ली फतह करना है। टीम के सभी स्टूडेंट इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन डिपार्टमेट के हैैं।

सेंसर ने दिखाया सही रास्ता

सकेंड विनर रही टीम की स्टूडेंट अभिज्ञा त्रिपाठी ने बताया कि उसकी टीम में सोनम शुक्ला, राखी साहू और सात्विक हैैं। उनके रोबोट में सिर्फ एक ही सेंसर लगाया गया है। जिसकी वजह से उसकी चाल थोड़ा अलग है। 4.6 मीटर के पाथ को बहुत ही आसानी से तय कर लिया। टीम के मेंबर्स को सबसे ज्यादा खुशी इस बात की थी कि उन्हें अब एक ऐसे लेवल पर अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलेगा जो हर स्टूडेंट का सपना होता है।

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