- 2.50 करोड़ का लगाया था चूना

- 20 अप्रैल से 5 मई के बीच बनाया निशाना

- 2 रोमानिया नागरिक कोलकाता में धरे गये थे

- 7 बजे सुबह एटीएम में लगाते थे स्कीमर मशीन

- 6 बजे शाम एटीएम से निकाल लेते थे

- 800 से ज्यादा शिकायतें साइबर सेल को मिलीं

- 1 हजार शिकायतें थाने में दर्ज हुई

- रोमानिया के तीन नागरिक गिरफ्तार, स्किमर मशीन समेत ब्लैक कार्ड बरामद

- एटीएम मशीन में सुई के बराबर लगाते थे कैमरा, डाटा चुराकर उड़ाते थे अकाउंट से पैसा

- यूपी में पहली बार पकड़ा गया रोमानिया गैंग, हजारों लोगों का पैसा उड़ाया था

LUCKNOW: राजधानी ही नहीं बल्कि देश के कई शहरों में लोगों की मेहनत की कमाई लूटने वाला रोमानिया गैंग आखिरकार बुधवार को साइबर सेल के हत्थे चढ़ गया। एक साल से साइबर क्राइम सेल गैंग को पकड़ने के लिए ताना बाना बुन रहा था। गैंग के तीन सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया जबकि मास्टर माइंड और एक अन्य सदस्य मौके से फरार हो गए। सभी रोमानिया देश के नागरिक हैं और टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। वह हर साल ठंड के मौसम में भारत आते थे और स्किमर के जरिए लोगों का डाटा चुराकर ठंड खत्म होते अपने देश लौट जाते थे। पुलिस टीम की मानें तो गैंग ने अब तक कई करोड़ों रुपये की आर्थिक चोट पहुंचाई है। अकेले यूपी में करीब पांच करोड़ की ठगी की है।

टूरिस्ट वीजा पर आए थे भारत

एसपी पूर्वी एसके रावत ने बताया कि साइबर क्राइम सेल टीम थाना आशियाना में दर्ज एक एटीएम फ्राड की जांच कर रही थी। जांच के दौरान साइबर सेल टीम ने दिल्ली के महरौली थाना क्षेत्र से तीन रोमानिया नागरिकों गिरफ्तार किया है। पकड़े गए विदेशी नागरिक रेगिन राज्य मुरेस रोमानिया निवासी तनाशा फ्लोरिन, बुनुस अगस्टीन और मालडोवेन मिरसिया बताए जा रहे हैं। तीनों टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। उनके साथ आए बोआरियु एंड्रीए आयन और ओपरिया डोरेल मौके से फरार हो गए। टीम ने उनके पास से रोमानिया देश का पासपोर्ट बड़ी संख्या में स्किमर चिप, डिवाइस और कार्ड बरामद किये। पुलिस ने करीब डेढ़ लाख रुपये भी उनके पास से बरामद किए।

खुद तैयार करते थे डिवाइस

साइबर सेल नोडल इंचार्ज अभय मिश्र ने बताया कि यूपी में पहली बार रोमानिया गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। गैंग ने करीब दो साल से यूपी समेत देश के कई शहरों में लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। गैंग स्किमर चिप और डिवाइस खुद तैयार करता था। यहीं नहीं डिवाइस को लगाने के लिए वह लोकल लोगों का यूज नहीं करते थे। गैंग के दो सदस्य ही एटीएम मशीन में सुबह डिवाइस लगाते थे और शाम को खुद जाकर निकाल लेते थे। उनके पास से स्किमर चिप, कैमरे समेत कई छोटे-छोटे सामान बरामद हुए है, जिससे वह डिवाइस तैयार करते थे।

सुबह लगाते थे शाम को निकाल लेते थे

साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर राहुल राठौर ने बताया कि गैंग के सदस्य उन एटीएम में फोकस करते थे जहां सिक्योरिटी गार्ड न हो। सुनसान इलाके वाले एटीएम में दाखिल होकर सुबह 4 से 5 बजे के बीच वह एटीएम मशीन में डिवाइस लगा देते थे। डिवाइस लगाने में उन्हें 3 से 4 मिनट का टाइम लगता था। देर शाम वह डिवाइस को निकाल लेते थे। इस दौरान जितने भी एटीएम कार्ड मशीन में यूज किए गए होते थे उनका सारा डाटा चिप में कॉपी हो जाता था और बटन के ऊपर लगे छोटे से कैमरे के जरिए उन कार्ड का पिन नंबर कैमरे में कैद हो जाता था।

दूसरे शहर में जाकर करते थे विड्राल

साइबर सेल टीम के सदस्य फिरोज बदर ने बताया कि स्किमर से डाटा चुराने के बाद गैंग के सदस्य एक ब्लैंक कार्ड में डाटा ट्रांसफर कर लेते थे। छिपाए गए कैमरे की मदद से पिन कोड उनके पास रहता था। वह दिल्ली या फिर दूसरे शहरों में जाकर कार्ड के जरिए अकाउंट से कैश विड्राल कर लेते थे। यह रात में 11.30 के बाद करते थे, जिससे उन्हें एक बार में दो से तीन बार विड्राल करने का टाइम मिल जाता था और ज्यादा से ज्यादा रकम अकाउंट से निकाल लेते थे।

करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी

गैंग ने पिछले दो साल में यूपी में स्किमर डिवाइस लगाकर करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी की थी। साइबर सेल में दो साल में 8 सौ से ज्यादा शिकायतें आई थी। शहर के विभिन्न थानों में एक हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। साइबर सेल टीम करीब एक साल से रोमानिया गैंग को पकड़ने के लिए काम कर रही थी। इससे पहले गैंग के एक सदस्य को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसने लखनऊ के 16 केस का खुलासा किया था। गैंग अकेले लखनऊ में करीब 2.50 करोड़ की ठगी को अंजाम दे चुका है।

साल में दो महीने काम करता था गैंग

रोमानिया गैंग साल में केवल दो महीने काम करता था। ठंड के मौसम की शुरुआत में गैंग के सदस्य टूरिस्ट वीजा पर इंडिया आते थे। हर बार नए सदस्य इंडिया आते थे। यूपी, राजस्थान, चैन्नई, मुंबई, दिल्ली समेत कई शहरों के अलावा नेपाल में भी वारदात को अंजाम दे चुके हैं। एटीएम से डाटा चुराने के बाद दिल्ली और अपने देश में जाकर अकाउंट से पैसा विड्राल करते थे।

टीम को मिला दस हजार का ईनाम

रोमानिया गैंग को पकड़ने वाली साइबर सेल टीम को एसपी पूर्वी ने दस हजार का ईनाम देने की घोषणा की है। साइबर सेल टीम करीब एक साल से गैंग पर काम कर रही थी। टीम में नोडल इंचार्ज अभय मिश्र, प्रभारी नंदलाल, सब इंस्पेक्टर राहुल राठौर, फिरोज बदर, अखिलेश कुमार, संतोष कुमार, हरि किशोर शामिल थे।

एटीएम फ्राड से बचने को इसका रखें ध्यान

1. उन एटीएम बूथ का यूज करते जिनमें सिक्योरिटी गार्ड तैनात हो

2. सुनसान इलाके में स्थित एटीएम मशीन का यूज करने से बचें

3. एटीएम में कार्ड लगाने से पहले मशीन को जरूर चेक कर लें

4. कार्ड इंटर करते समय उसकी प्लेट अगर हिल रही है तो कार्ड न लगाएं

5. पिन कोड डालते समय सुरक्षा के लिए ऊपर हाथ जरूर लगा लें ताकि कैमरे से बच सकें

6. एडीएम का यूज करने के बाद कैंसिल होने तक मशीन के पास ही खड़े रहें

7. एटीएम में विड्राल करने के दौरान कोई अन्य व्यक्ति अंदर नहीं होना चाहिए