सूरज के चारों ओर अचानक बना रिंग

लोगों ने उतारी फोटो और किया सर्कुलेट

RANCHI: बुधवार को आकाश में चमकते सूरज के चारों ओर अचानक बना रिंग रांचीआइट्स के लिए हैरानी भरा रहा। पिछले साल भी अप्रैल में इस तरह का रिंग सूरज के चारों ओर देखा गया था। इसे वैज्ञानिक भाषा में हैलो कहते हैं, जिसका मतलब कुंडल है। दिन के वक्त बने हैलो को देखने के लिए लोग बीच सड़क पर खड़े हो गए। लोगों ने इमारतों पर जाकर तस्वीर उतारी और इसे सर्कुलेट करने लगे।

बैड वेदर का है संकेत (बॉक्स)

जीयोलॉजिस्ट डा। नीतिश प्रियदर्शी ने बताया कि सूरज के चारों ओर जो रिंग बना है, उसे हैलो कहते हैं। यह रिंग सूरज के साथ भी बनता है और चंद्रमा के साथ भी। सबसे खास बात यह है कि यह एक दुर्लभ घटना है जो बारिश के बाद होती है। आमतौर पर मॉनसून का वक्त इस रिंग के बनने के लिए अनुकूल माना जाता है क्यों कि बारिश के दिनों में ही यह बनता है। आसमान में धरती से छह किमी उपर जब सीरस क्लाउड सुपर कूल हो जाते हैं तब उनसे आइस क्रिस्टल्स बनते हैं। इनसे छनकर जो सूरज की रोशनी रिफ्लैक्ट होती है जिससे रिंग फोर्म करता है। सूरज के चारो ओर रिंग बनना यह बताता है कि आसमान में सीरस क्लाउड की प्रचुरता है और यह बैड वेदर यानी बारिश आंधी तूफान का संकेत हैं। इस दौरान सभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। कभी भी आंधी-तूफान और बारिश से जान-माल की भारी क्षति हो सकती है।