-रावण की शोभायात्रा में शामिल हुआ पूरा कुनबा

-भारद्वाज आश्रम से आरती पूजन के बाद निकली शोभायात्रा

ALLAHABADa@inext.co.in

ALLHABAD: राम की पूजा तो हर तरफ लोग करते हैं। दशहरे के अवसर पर लोग लंका पर राम की जीत की खुशी को अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाते हैं। मगर, देश में इलाहाबाद की श्री कटरा रामलीला कमेटी ही एक ऐसी है, जो राम के साथ रावण को भी पूरा सम्मान देती है। यही कारण है कि रामलीला के मंचन और राम बारात के पहले कटरा रामलीला कमेटी लंकेश की शोभा यात्रा पूरी भव्यता और शाही ठाठ बाट के साथ निकालती है। इस बार भी कमेटी की ओर से दशकों पुरानी रावण शोभा यात्रा की परम्परा को निभाते हुए भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें रावण के साथ ही उसके पूरे परिवार के प्रतीक स्वरूप कलाकार शामिल हुए। शोभायात्रा कटरा के विभिन्न स्थानों से होते हुए रामलीला कमेटी प्रांगण में पहुंचकर समाप्त हुई।

लंकापति के जयकारे गूंजे

शोभायात्रा की शुरुआत परम्परागत तरीके से भारद्वाज मुनि आश्रम पर विधि विधान पूजन और आरती के बाद हुई। शाही अंदाज में निकली रावण की सवारी के आगे चल रही उनके सेना लंकाधिपति के जयकारे लगाते हुए चल रही थी। शोभायात्रा में सबसे आगे चल रहे गजराज लंकेश के आगमन की सूचना दे रहा था। उसके पीछे विजय का प्रतीक ध्वज पताका के साथ रावण की शाही पाइप बैण्ड चल रहा था। उसके पीछे विशेष रूप से जबलपुर से बुलाए गए तहलका नगाड़े की आवाज लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही थी। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण रही राक्षसी सेना सबसे आगे मुंह से आग का गोला निकालते हुए रावण की शक्ति का अहसास करा रही थी। पूरे रास्ते रावण की सेना जय लंकेश के नारे लगाते हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही थी। उसके बाद चांदी के हौद पर सवार होकर लंका के अधिपति अपनी प्रजा का अभिवादन स्वीकार करते हुए चल रहे थे। उनके पीछे परिवार के लोग अलग-अलग झांकियों पर सवार होकर चल रहे थे। रावण की शोभा यात्रा कटरा के विभिन्न एरिया से होते हुए लीला ग्राउण्ड पहुंच कर समाप्त हुई।

चौकियों में दिखी अमर कथा

रावण की शोभायात्रा के दौरान चांदी के रथ पर सवार होकर उनके भाई कुंभकरण चल रहे थे। शोभायात्रा में रावण द्वारा शिव तपस्या, रावण के दरबार में अंगद, रावण दरबार, रावण द्वारा दस शीश का वरदान की झांकियों को शानदार प्रदर्शन किया गया। ये झांकियां रावण की संप्रभुता और उनके वैभव का बखान करते हुए दिखाई दे रही थी। इस दौरान लंका के विशेष सेनापति के रूप में कमेटी के दशहरा प्रबंधक राकेश चौरसिया, घोड़े पर सवार होकर चल रहे थे। रावण के कोषाध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता, मंत्री मयंक अग्रवाल, विनोद कुमार गुप्ता, महेश चन्द्र गुप्ता भी लंकेश के जयकारे लगाते हुए साथ चल रहे थे। उनके पीछे भाई विभीषण चांदी के रथ पर सवार होकर चल रहे थे। उनके साथ शाही ब्रास बैण्ड पार्टी भी चल रही थी। रानी मंदोदरी अपने मोररूपी चांदी के रथ पर विराजमान होकर प्रजा का अभिवादन स्वीकार करते हुए शोभायात्रा में शामिल हुई। शोभायात्रा में कमेटी के शंकर लाल चौरसिया, गया प्रसाद, राकेश जयसवाल, दिलीप चौरसिया, राकेश श्रीवास्तव, सुजीत तिवारी समेत अन्य पदाधिकारी भी शामिल रहे। समापन पर कमेटी के अध्यक्ष गोपाल बाबू जायसवाल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।