RANCHI : आरपीएफ रांची में डीजल और पेट्रोल की चोरी करता है। इसका खुलासा रांची पुलिस ने किया है। डीआईजी अमोल वेणुकर होमकर ने बताया कि पेट्रोल-डीजल का अवैध कारोबार आरपीएफ और भारत पेट्रोलियम के कुछ अफसरों की मिलीभगत से चल रहा है। इससे सरकार को हर माह करीब 50 हजार रुपए की हानि हो रही है। उन्होंने बताया कि एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर को पत्र लिखकर इस मामले की जांच करने वआरोपियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

वैगन से निकाल लेते तेल

रांची पुलिस के मुताबिक, भारत-पेट्रोलियम की देख रेख में प्राइवेट कंटेनर के द्वारा आसपास के क्षेत्रों में डीजल एवं पेट्रोल की आपूर्ति करने के लिए मालगाड़ी से प्रत्येक माह करीब आठ से दस बार ईंधन रांची आता है। तेल माफिया एवं भारत पेट्रोलियम की मिलीभगत से तेल खाली करने के बाद प्रत्येक वैगन में करीब 70 लीटर तेल छोड़ दिया जाता है, जिसे तेल कंपनियों द्वारा आरपीएफ के सहयोग से निकालने का काम करते हैं। इसमें स्थानीय महिला तथा पुरूष का सहयोग लिया जाता है।

नोजल के सहारे होती है तेल की चोरी

रांची रेलवे स्टेशन के साइडिंग पर आईओसी का बाहर से आने वाला पेट्रोल, डीजल और केरोसिन अनलोड होता है। एक साथ दो रैक लगते है। दोनों रैक में 98 वैगन तेल आता हैं। एक वैगन में करीब 70 किलो लीटर तेल रहता है। साइडिंग में ही लगे नोजल के सहारे बैगन से पेट्रोल, डीजल और केरोसिन की अनलोडिंग होती है। नोजल के सहारे तेल डायरेक्ट डीपो में चला जाता है। अनलोडिंग प्वाइंट पर नोजल से रिसने वाला तेल रेलवे ट्रैक और आसपास के गढ्डों में जमा हो जाता है।