- दो हजार आरपीएफ जवानों को दी गई ट्रेनिंग

- पैसेंजर्स की सुरक्षा, आय बढ़ाने पर पूरा जोर

GORAKHPUR:

रेलवे परिसर में यात्रियों के साथ सद्व्यहार से पेश आने की ट्रेनिंग आरपीएफ जवानों, अधिकारियों को दी गई है। ट्रेनिंग पूरी कर चुके दो हजार लोगों की ड्यूटी लगाई जाएगी। रेलवे यात्रियों की सुरक्षा, रेलवे की आय बढ़ाने, रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा और रेलवे में आने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा पहली जिम्मेदारी है। शनिवार को आरपीएफ की उपलब्धियां गिनाते हुए सीपीआरओ संजय यादव और मुख्य सुरक्षा आयुक्त रतन चंद ने यह दावे किए। मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि रेलवे पैंसेजर्स से अच्छा व्यवहार करने के लिए ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेंड जवानों की ड्यूटी मे आई हेल्प यू बूथ में लगाई जाएगी। किसी के साथ दु‌र्व्यवहार की शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

रेलवे सुरक्षा हेल्प लाइन का करेंगे प्रचार

मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि रेलवे के सभी जोन में विशेष अभियान चलाए जाएंगे। इस अभियान में रेलवे की सुरक्षा हेल्प लाइन 182 के प्रचार-प्रसार उसकी कार्यशैली का विस्तार किया जाएगा। रेलवे सुरक्षा बल स्टाफ को बुजुर्ग, दिव्यांग, महिलाओं, बच्चों से मृदुभाषी व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षित किया। इस दौरान टिकट दलालों, अवैध वेंडर्स पर कार्रवाई, महिला यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ट्रेन के कोच, सीढ़ी, छत, पायदान, इंजन पर यात्रा करने वालों के खिलाफ भी अभियान चलाया जाए। मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि ट्रेन्स में महिला स्कोर्ट चल रही है। स्टेशन पर एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के तहत लखनऊ और गोरखपुर जंक्शन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लखनऊ, गोरखपुर और छपरा स्टेशन पर बैगेज स्कैनर से जांच पड़ताल हो रही है। निर्भया फंड के तहत इज्जतनगर, लखनऊ, वाराणसी मंडल में वीडियो सर्विलांस सिस्टम लगाने की तैयारी है।