दिन निकलते ही पहुंचे पुलिस, प्रशासन व कैंट बोर्ड के अधिकारी

सुरक्षा के मद्देनजर चार घंटे बिजली रही गुल

लगभग दो वर्ष बाद हुई मॉल पर बड़ी कार्रवाई

Meerut। आखिर वही हुआ, जिसकी अटकले पिछले काफी समय से लगाई जा रही थीं। कैंट बोर्ड की टीम ने सोमवार को सदर शिव चौक स्थित 210 बी आरआर मॉल को जमीदोंज कर दिया। बंगला नंबर 210बी पर बने अवैध आरआर मॉल को कड़ी सुरक्षा के बीच दिन निकलते ही ध्वस्त कर दिया गया। दो दर्जन से अधिक दुकानों का तोड़ दिया गया। इस दौरान पुलिस, प्रशासन व कैंट बोर्ड के अधिकारी मुस्तैद दिखाई दिए।

रात में कर ली थी पूरी तैयारी

ध्वस्तीकरण के लिए पुलिस व प्रशासन ने रात में ही सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। 210 बी आरआर मॉल के ध्वस्त करने के लिए आधी रात को ही फोर्स ने मॉल को अपने घेरे में ले लिया। सुबह होते ही इलाके को सील कर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई।

कोर्ट ने बताया अवैध

कैंट इलाके में आरआर मॉल को बनाया गया था। इस मॉल के निर्माण के खिलाफ कैंट बोर्ड हाई कोर्ट चला गया था। जिसको हाई कोर्ट में अवैध घोषित कर दिया था। इस मॉल की ऊपरी मंजिल को दो वर्ष पहले ही गिराया जा चुका था। इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद इस आरआर मॉल को गिराने की प्रक्रिया को रोक दिया गया था। सोमवार को टीम द्वारा सुबह ही पूरे लाव-लश्कर के साथ पहुंची और विवादित आरआर मॉल को गिरा दिया गया।

बवालियों को रात को ही उठाया

सोमवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने से पहले पुलिस को सूचना मिली कि मॉल के दुकानदार रात को माता का जागरण करवा रहे हैं, जिसके बाद एडीएम दिनेश चंद्र व एसपी सिटी मान सिंह चौहान रात को ही पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कार्रवाई के दौरान बवाल करने वालों को उठा लिया, ताकि कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार का बवाल न हो।

चार घंटे रही बिजली गुल

आरआर मॉल के ध्वस्तीकरण के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर करीब चार घंटे तक सदर व आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। गर्मी से लोग बिलबिला गए। इस दौरान सदर स्थित बिजली घर में आपूर्ति के लिए लगातार फोन घनघनाते रहे। लेकिन आरआर मॉल के ध्वस्तीकरण के बाद ही विद्युत आपूर्ति चालू की गई।

चारो तरफ की बेरिकेटिंग

210 बी आरआर मॉल के ध्वस्तीकरण के दौरान कैंट बोर्ड की टीम ने इलाके को चारो तरफ से बंद करवा दिया गया। इस दौरान काफी लोगों ने आरआर मॉल के आसपास से घुसने की कोशिश की, लेकिन चारो तरफ से बेरिकेटिंग होने के कारण लोगों को खासी असुविधा का सामना करना पड़ा।

ड्रोन से रखी निगरानी

ध्वस्तीकरण करने के दौरान 210 बी आरआर मॉल व उसके आसपास की निगरानी ड्रोन कैमरे से की गई। बोर्ड अधिकारियाें का साफ कहना था कि पिछली बार जबरन कुछ लोग मॉल के अंदर दाखिल हो गए थे और मलबे में दबकर चार लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना की पूरी रिकॉर्डिग ड्रोन कैमरे में कैद हो गई थी। इस बार भी ऐसा कुछ न हो, इसलिए पिछली बार की भांति इस बार भी ड्रोन कैमरे का सहारा लिया गया।

लगभग दो वर्ष बाद हुई कार्रवाई

लगभग दो वर्ष पूर्व 9 जुलाई 2016 को कैंट बोर्ड की टीम ने 210 बी के आरआर मॉल पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की थी। इस दौरान दीपक शर्मा पंडित जी नान वाले सहित उनका बेटा व दो कारीगरों की मौत हो गई थी। इसके बाद मॉल को ध्वस्त करने की कार्रवाई रोक दी गई। सोमवार को करीब दो वर्ष बाद आरआर मॉल पर एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की गई।

तीन दिन से धरना

ध्वस्तीकरण के विरोध में आरआर मॉल के दर्जनों व्यापारी अपने परिवार सहित दुकानों के सामने धरने पर बैठे हुए थे। लेकिन ध्वस्तिकरण के आदेश के बाद कुछ दुकानदारों ने रात को ही अपना सामान समेटना शुरु कर दिया, लेकिन दुकान पूरी तरह से खाली नहीं की। इसके अलावा कुछ दुकानदारों ने रात को माता के जागरण का भी कार्यक्रम बना डाला। लेकिन पुलिस-प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए सामान के साथ सभी दुकानदारों को वहां से हटा दिया।

आत्मदाह की धमकी

आरआर मॉल का ध्वस्तीकरण करने पर कुछ व्यापारियों ने आत्मदाह की धमकी दी थी। व्यापारी राजीव बंसल ने पेट्रोल से भरी बोतल भी मंगवाई। लेकिन इससे पहले कि बोतल उनके पास पहुंचती, पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले आई।

पुलिस ने की अभद्रता

ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को देख रहे लोगों के साथ पुलिस ने अभद्रता की। शिव चौक पर खड़े होकर कार्रवाई देख रहे व्यापारी, महिला व बच्चों को पुलिस ने दौड़ा लिया। पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा। एसपी सिटी के निर्देश पर महिला पुलिस ने विरोध कर रही महिलाओं को भी घसीटा और बुजुर्गों से भी धक्का-मुक्की कर अभद्रता की।

व्यापारी नेता रहे गायब

पिछले कई दिनों से ध्वस्तीकरण कार्रवाई का विरोध कर रहे संयुक्त व्यापार संघ व सदर व्यापार संघ नेता बिल्कुल गायब रहे। दरअसल पुलिस ने रात में उनके मुचलके भरकर कार्रवाई के दौरान न आने की चेतावनी दी थी। वहीं राजनैतिक दलों के भी एक भी नेता वहां पर नहीं आए।

अधिकारियों का रहा जमावाड़ा

कार्रवाई के दौरान कैंट बोर्ड के सीईओ आलोक गुप्ता, सीईई अनुज सिंह, जेई पीयूष गौतम, जेई अवधेश यादव, सफाई अभियंता वीके सिंह, सेनेट्री इंस्पेक्टर अभिषेक, शंकर दयाल, एडीएम सिटी मुकेश चंद्र, एसीएम अमिताभ यादव, सिटी मजिस्ट्रेट एमपी सिंह, एसपी सिटी मान सिंह चौहान, दो एएसपी, 12 थाना प्रभारी, एक कंपनी आरआरएफ, महिला पुलिस, पीएसी के अलावा कैंट बोर्ड के करीब सौ से अधिक कर्मचारी व हथौड़ा गैंग मौजूद रहे।

कैंट में किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सील तोडने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

आलोक गुप्ता, सीईओ, कैंट बोर्ड

न्यायालय का आदेश था जिसके बाद ही मॉल का ध्वस्तीकरण कराया गया। महिलाओं से अभद्रता करने की बात सरासर झूठी है। सिर्फ विरोध करने वालों को शांत कराया गया था।

मान सिंह चौहान, एसपी सिटी।

टाइम लाइन

5:00 एएम- पुलिस पहुंचना शुरू हुई

6:00 एएम- कई थानों के थाना प्रभारी पहुंचे

6:05 एएम- एसपी सिटी पहुंचे

6:10 एएम- एडीएम सिटी पहुंचे

6:15 एएम- आरआरएफ व कई थानों की पुलिस पहुंची

6:20 एएम- कैंट बोर्ड के कर्मचारी पहुंचने शुरू हुए

6:30 एएम- ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू

9:15 एएम- ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी

9:20 एएम- पुलिस, प्रशासन व कैंट बोर्ड की टीम वापस