एसटीएफ ने आरआरबी एग्जाम के लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर पर उठाए सवाल

बेहतर तरीके से नहीं किया काम, जिसकी वजह से सक्सेस रहे लोकल हैकर

ALLAHABAD:

आरआरबी चेयरमैन की शिकायत पर एक्टिव हुई एसटीएफ ने आनलाइन एग्जाम में सेंधमारी करने वालों को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सॉल्वर गैंग ने जो खुलासा किया है, उससे आनलाइन एग्जाम कंडक्ट कराने वाली कंपनी के सॉफ्टवेयर सिस्टम पर सवाल खड़ा हो गया है। एसटीएफ ने दावा किया है कि सॉफटवेयर बेहतर तरीके से काम नहीं कर रहा था, जिसकी वजह से नकल माफिया सिस्टम को हैक करने में कामयाब हो गए।

ऐसे हैक करते थे सिस्टम

एमी एडमिन और टीम व्यूवर सॉफ्टवेयर की मदद से हैकर पहले सेंटर के मेन कम्प्यूटर को हैक करते थे। फिर जिस कैंडिडेट्स का कांटेक्ट नंबर उनके पास होता था, उनका कम्प्यूटर नंबर पता कर जुगाड़ यानी एमी एडमिन और टीम व्यूवर पर सिस्टम को लेकर पेपर सॉल्व करना शुरू कर देते थे। किसी को पता भी नहीं चलता था कि क्या हो रहा है। कैंडिडेट्स अपने सिस्टम के स्क्रीन पर जो भी इंट्री करते, हैकर्स द्वारा उन्हें बदल दिया जाता।

सॉफ्टवेयर देने में लापरवाही

कहा जा रहा है कि टाटा कंसल्टेंसी ने आरआरबी के आनलाइन एग्जाम कराने के लिए जो सॉफ्टवेयर बनाया था, उसे एग्जाम सेंटर्स को देने और फिर कम्प्यूटर में डाउनलोड करने के बाद सॉफ्टवेयर कापी को सुरक्षित रखने में लापरवाही बरती गई। जिसका फायदा सेंटर्स के कर्मचारियों ने उठाकर सॉफ्टवेयर को हैकर्स के सिस्टम में अपलोड करवाया। सॉफ्टवेयर मिलने के बाद हैकर्स का काम आसान हो गया।